किस ग्रंथ में ‘अवतारवाद’ की चर्चा है?

(A) ऐतरेय ब्राह्मण
(B) कौशीतकी उपनिषद
(C) मनुस्मृति
(D) भगवद्गीता

Question Asked : [UPPCS (Pre) Opt. History 2001]

Answer : भगवद्गीता

भगवद्गीता महाभारत के भीष्म पर्व का अंश है। सर्वप्रथम भगवद्गीता में ही अवतारवाद का उल्लेख मिलता है। इसमें कृष्ण को विष्णु का अवतार कहा गया है। भगवद्गीता या गीता का भारतीय विचारधारा के इतिहास में लोकप्रियता की दृष्टि से सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान है। आज भी यह हिंदुओं का सबसे पवित्र एवं सम्मानित ग्रंथ है। इसमें महाभारत युद्ध के अवसर पर कर्तव्य विमुख एवं भयभीत हुए अर्जुन को भगवान कृष्ण द्वारा दिये गये उपदेशों का संग्रह है। इसकी शिक्षा में एक उदार समवन्य की भावना है जो हिंदू विचारधारा की सर्वप्रथम विशेषता रही है। इसमें प्रत्येक धर्म को मानने वालों के लिए रोचक एवं महत्वपूर्ण विशेष की पुस्तक नहीं है अपितु संपूर्ण मानव समाज की सांस्कृतिक निधि है जो हिंदू धर्म का उसकी पूर्णता में उपस्थित करती है।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Kis Granth Mein Avataravada Ki Charcha Hai