किस घटना के बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था?

(A) चौरी-चौरा
(B) खेड़ा सत्याग्रह
(C) नागपुर सत्याग्रह
(D) राजकोट सत्याग्रह

Question Asked : Uttar Pradesh BEO Exam 2020

Answer : चौरी चौरा घटना

Explanation : चौरी चौरा घटना के बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था। असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में 4 सितंबर 1920 को पारित हुआ था। गांधीजी का मानना था कि अगर असहयोग के सिद्धांतों का सही से पालन किया गया तो एक साल के अंदर अंग्रेज़ भारत छोड़कर चले जाएंगे। लेकिन महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के दौरान 4 फरवरी 1922 को यह पता चलने पर की चौरी-चौरा पुलिस स्टेशन के थानेदार ने मुंडेरा बाजार में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मारा है, गुस्साई भीड़ ने पुलिस थाने में आग लगा दी थी। इसमें 23 पुलिस वालों की मौत हो गई थी। इस हिंसा के बाद महात्मा गांधी ने 12 फरवरी 1922 को असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था। महात्मा गांधी के इस फैसले को लेकर क्रांतिकारियों का एक दल नाराज़ हो गया था। 16 फरवरी 1922 को गांधीजी ने अपने लेख 'चौरी चौरा का अपराध' में लिखा कि अगर ये आंदोलन वापस नहीं लिया जाता तो दूसरी जगहों पर भी ऐसी घटनाएँ होतीं।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Kis Ghatna Ke Baad Mahatma Gandhi Ne Asahyog Andolan Vapas Le Liya Tha