खाक डाले चांद नहीं छिपता का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) प्राय: स्थिति में उलट-फेर हुआ करता है
(B) अच्छे व्यक्ति की निंदा से उसका कुछ नहीं बिगड़ता
(C) अवसर निकल जाने पर सहायता देना व्यर्थ है
(D) निरक्षर/अनपढ़ मनुष्य

Answer : अच्छे व्यक्ति की निंदा से उसका कुछ नहीं बिगड़ता

Explanation : खाक डाले चांद नहीं छिपता का अर्थ khak dale chand nahin chhipata है 'अच्छे व्यक्ति की निंदा से उसका कुछ नहीं बिगड़ता।' हिंदी लोकोक्ति खाक डाले चांद नहीं छिपता का वाक्य में प्रयोग होगा – भ्रष्ट कर्मचारियों के लाख चाहने पर भी ईमानदार अधिकारी का कुछ नहीं बिगड़ेगा क्योंकि खाक डाले चांद नहीं छिपता। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'खाक डाले चांद नहीं छिपता' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
Tags : लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे हिंदी लोकोक्तियाँ हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Khak Dale Chand Nahin Chhipata