Explanation : कंचनजंगा भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है। यह संसार की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है, जिसकी ऊंचाई 28169 फुट है। कंचनजंगा पीक भारत और नेपाल की सीमा पर स्थित है। इसका एक हिस्सा हमारे देश के सिक्किम राज्य में है तो शेष भाग नेपाल की सीमा में आता है। कंचनजंगा तिब्बती भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है हिम के पांच भंडार। यह नाम इसलिए पड़ा, क्योंकि कंचनजंगा पर्वत पांच शिखरों का समूह है। सिक्किम के लोग इस शिखर को पवित्र मान कर इसकी पूजा करते हैं। नेपाल के क्षेत्र में वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड द्वारा कंचनजंगा कंजरवेशन प्रोजेक्ट स्थापित किया गया है। भारतीय क्षेत्र में कंचनजंगा का संरक्षित क्षेत्र कंचनजंगा नेशनल पार्क कहलाता है। इस नेशनल पार्क में कई हिम क्षेत्र के वन्य जीवों के साथ लाल पांडा भी पाया जाता है।
कंचनजंगा को 1852 तक विश्व की सबसे ऊंची चोटी माना जाता था, लेकिन 1849 में हुए ब्रिटिश सर्वे के बाद ज्ञात हुआ कि एवरेस्ट दुनिया की सर्वोच्च शिखर है। लेकिन कंचनजंगा शिखर पर पहुंचने के रास्ते बहुत दुर्गम हैं, इसलिए वहां तक पहुंचने के प्रयास कम ही हुए हैं। 1855 में पहली बार ब्रिटिश अभियान के जॉय ब्राउन और जॉर्ज बेंड सफलता पूर्वक इस चोटी पर पहुंच थे, जबकि कंचनजंगा पर पहुंचने के लिए 1905 में पहला प्रयास किया गया था। 1929 में एक जर्मन अभियान दल के सदस्य 24280 फुट की ऊंचाई तक पहुंच गये थे। किन्तु उन्हें पांच दिन तक चले एक भयंकर बर्फीले तूफान की वजह से वापस आना पड़ा। 1977 में भारतीय सेना के जवानों ने कर्नल नरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में पूर्वात्तर के कठिन मार्ग की ओर से इस शिखर को फतह किया था। मार्ग में कई खतरनाक ग्लेशियर और बर्फ की खाइयों को पार करके यह लोग कंचनजंगा की चोटी तक पहुंचे थे। 1983 में पियरे बेगिन ने अकेले और बिना ऑक्सीजन के कंचनजंगा के शिखर को स्पर्श किया था।....अगला सवाल पढ़े
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Web Title : Kanchenjunga Bharat Ke Kis Rajya Mein Sthit Hai