(A) अधिकारी संबंधी होने पर उसके पद का अनुचित लाभ लेना
(B) सामर्थ्यवान के दोष अथवा अपराध भी क्षम्य है। सामर्थ्यवान का दोष नहीं खोजा जाता
(C) निर्बल की सौ चोटों की अपेक्षा बलवान की एक चोट काफी होता है
(D) जहां कई व्यक्ति हों वहां झगड़ा होना स्वाभाविक है