भारत के प्रमुख राजवंश, संस्थापक और राजधानी (List of Indian Dynasties and their Founders in Hindi) – प्राचीन भारत में अनेक राजवंशों का उत्थान एवं पतन हुआ। जिसमें से हर्यक वंश, नंद राजवंश, मौर्य राजवंश, पांड्य राजवंश, गुप्त वंश, कुषाण वंश, चोल राजवंश, पल्लव राजवंश, चालुक्य राजवंश प्रमुख थे। हम यहां प्रमुख राजवंशों की सूची उपलब्ध करा रहे है जो आपको बैंक, यूपीएससी, एसएससी, रेलवे, पीएसएस, शिक्षक, टीईटी और कैट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में एक से पांच नंबर अवश्य पक्के कराने में उपयोगी साबित होगी।
[ads_ ...read more
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 84 के अनुसार,
विकृत चित्त व्यक्ति का कार्य — कोई बात अपराध नहीं है, जो ऐसे व्यक्ति द्वार की जाती है, जो उसे करते समय चित्तविकृति के कारण उस कार्य की प्रकृति, या यह कि जो कुछ वह कर रहा है वह दोषपूर्ण या विधि के प्रतिकूल है, जानने में असमर्थ है।
According to Section 84 of the Indian Penal Code 1860,
Act of a person of unsound mind — Nothing is an offence which is done by a person who, at the time of doing it, by reason of unsoundness of mind, is incapable of kno ...read more
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 153 के अनुसार,
बल्वा कराने के आशय से स्वैरिता से प्रकोपन देना–यदि बल्वा किया जाए–यदि बल्वा न किया जाए – जो कोई अवैध बात के करने द्वारा किसी व्यक्ति को परिद्वेष से या स्वैरिता से प्रकोपित इस आशय से या यह सम्भाव्य जानते हुए करेगा कि ऐसे प्रकोपन के परिणामस्वरूप बल्वे का अपराध किया जाएगा, यदि ऐसे प्रकोपन के परिणामस्वरूप बल्वे का अपराध किया जाए, तो वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि एक वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, और यदि बल्वे का ...read more
1. छुई-मुई का पौधा छूने से क्यों मुरछा जाता है?
छुई-मुई के पौधे की पत्तियां स्पर्श के प्रति संवेदनशील होती हैं। जब हम इनकी पत्ती को छूते हैं तो पतली दीवारों वाली कोशिकाओं से तने में चला जाता है, फलस्वरूप ये कोशिकायों सिकुड़ जाती हैं और पत्तियों का तनाव समाप्त हो जाता है, जिससे उनमें ऐंठन पैदा हो जाती है। इसी को हम छुई-मुई का मुरझाना कहते हैं। इसी मुरझाने के गुण के कारण ही यह पौधा विश्व भर में प्रसिद्ध है।
[ads_block336x280]
2. किसी लकड़ी के टुकड़े की तुलना में धातु का टुकड़ा सर्दियों में ...read more