आईपीसी की धारा 52 क्या है- IPC Section 52 in Hindi
What is Section 52 of Indian Penal Code, 1860
January 17, 2019
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 52 के अनुसार, ‘सद्भावपूर्वक’ – कोई बात ‘सद्भावपूर्वक’ की गई या विश्वास की गई नहीं कही जाती जो सम्यक् सतर्कता और ध्यान के बिना की गई या विश्वास की गई हो।
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भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 26 के अनुसार,
'विश्वास करने का कारण' — कोई व्यक्ति किसी बात के 'विश्वास करने का कारण' रखता है, यह तब कहा जाता है, जब वह उस बात के विश्वास करने का पर्याप्त हेतुक रखता है, अन्यथा नहीं।
According to Section 26 of the Indian Penal Code 1860,
“Reason to believe” — A person is said to have "reason to believe" a thing, if he has sufficient cause to believe that thing but not otherwise. ...read more
जानिए, मानव शरीर से जुड़े रोचक और महत्वपूर्ण तथ्य जो सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ ही क्विज प्रोग्रामों में विजेता बनने के लिए बहुत उपयोगी है। सामान्यत: सभी सरकारी परीक्षाओं के सामान्य विज्ञान या सामान्य ज्ञान पेपर में मानव शरीर से जुड़े प्रश्न अकसर पूछे जाते है। तो चलिए आज मानव शरीर (Human Body) से जुड़ी कुछ महत्त्वपूर्ण सामान्य जानकारी हासिल करते है।
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1. RBCs का जीवन काल – 120 दिन
2. WBC का जीवन काल – 2-5 दिन
3. WBCs की संख्या – 5000–10000 / cu mm.
4. अस्थियों ...read more
पद्म पुरस्कार (Padma Awards) 'भारत रत्न' के बाद दूसरा बड़ा सम्मान है। पद्म पुरस्कार 2 जनवरी, 1954 को प्रकाशित अधिसूचना द्वारा प्रारंभ किए गए थे। इसे भी भारत रत्न के साथ वर्ष 1977 में बंद कर दिया गया था तथा वर्ष 1980 में फिर से शुरु किया गया। इस तरह यह पुरस्कार वर्ष 1978, 1979 तथा 1993 से 1997 के अंतराल को छोड़कर प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर घोषित किए गए हैं। ये पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
ये पुरस्कार मरणोपर ...read more
'ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल' (Transparency International) एक अंतर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है जो एक वार्षिक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption Perception Index-CPI) के आधार पर विभिन्न राष्ट्रों में भ्रष्टाचार की स्थिति का आकलन करने वाली स्वतंत्र संस्था है। 'ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल' हर साल वर्ष 1995 से 'भ्रष्टाचार बोध सूचकांक' (CPI) का प्रकाशन किया करती है। 0-10 स्केल वाले इस सूचकांक में जिसका मान जितना अधिक होगा, वह देश उतना ही कम भ्रष्ट माना जाता है। सी.पी.आई. (Corruption Perception Index-CPI) ...read more