आईपीसी की धारा 419 क्या है- IPC Section 419 in Hindi
What is Section 419 of Indian Penal Code, 1860
February 22, 2019
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 419 के अनुसार, प्रतिरूपण द्वारा छल के लिये दंड – जो कोई प्रतिरूपण द्वारा छल करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि तीन वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से दंडित किया जायेगा।
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राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (National Security Guard-NSG) – देश में आतंकवाद की चुनौती का सामना करने के लिए वर्ष 1984 में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड की स्थापना की गई। इसका सिद्धांत 'सर्वत्र सर्वोत्तम सुरक्षा' है और मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड एनएसजी यूके के एसएएस और जर्मनी के जीएसजी-9 कमांडो बलों के पैटर्न पर आधारित है। इसके दो समूह हैं – स्पेशल एक्शन ग्रुप (SAG) जिसमें सैन्य कर्मचारी होते हैं और स्पेशल रिजर्व ग्रुप (SRG) जिसमें राज्य पुलिस बलों के कर्मचारी होते हैं। एनएसजी ...read more
जैन धर्म के प्रमुख त्यौहार 2020 (List of Jain Festivals 2020 in Hindi) - जैन धर्म में तिथि निर्णय के लिए दो विचारधाराऐं प्रचलित हैं। कुछ लोग सूर्योदय के पश्चात् दो मुहूर्त का विचार करते हैं, जबकि कुछ लोग सूर्योदय के पश्चात् 6 घंटों के समय को तिथि निर्णय के लिए मानते है। इसमें सूर्योदय के पश्चात् 6 घटों का मान अधिक प्रचलित है। इसलिए यहां जैन तिथि निर्णय के लिए सूर्योदय के पश्वात् 6 घंटों का समय लिया है।
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जैन धर्म के जनवरी माह के त्यौहार 2020
2 जनवरी (गुरुवार) – श्री राजे ...read more
सेब (Apple) का वानस्पतिक नाम मैलस प्यूमिला (Malus Pumila) है। इसका कुल (Family) रोजेसी तथा उत्पत्ति स्थान दक्षिण पश्चिम एशिया है। यह शीतोष्ण जलवायु का पौधा है। भारत में शीतोष्ण फलों के कुल क्षेत्रफल का लगभग 55.0% तथा उत्पादन का 75% कृषि सेब की ही की जाती है। देश में हिमाचल प्रदेश को Apple Bowl of India की उपमा प्रदान की गई है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड सेब के प्रमुख उत्पादक राज्य है। देश के कुल सेब उत्पादन (18.84 लाख टन) में जम्मू-कश्मीर का 6.2.10% हिमाचल प्रदेश का 31.221% तथा उत ...read more
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 211 के अनुसार,
क्षति करने के आशय से अपराध का मिथ्या आरोप – जो कोई किसी व्यक्ति को यह जानते हुए कि उस व्यक्ति को विरुद्ध ऐसी कार्यवाही या आरोप के लिये कोई न्यायसंगत या विधिपूर्ण आधार नहीं है, क्षतिकारित करने के आशय से उस व्यक्ति के विरुद्ध कोई दांडिक कार्यवाही संस्थित करेगा, या करवायेगा, या उस व्यक्ति पर मिथ्या आरोप लगायेगा कि उसने अपराध किया है, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दो वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से या दोनों से, दंडित किया जाये ...read more