मध्यम दूरी परमाणु शक्ति (आईएनएफ) संधि (Intermediate-Range Nuclear Forces Treaty इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्स ट्रीटी) – वर्ष 1980 में शीतयुद्ध के दौरान रूस ने यूरोपीय देशों को निशाना बनाने के मकसद से अपने सीमाई इलाकों में सैकड़ों मिसाइलें तैनात कर दी थीं। मध्यम दूरी की ये मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में समक्षम थीं। इसके बाद 1987 में शीतयुद्ध की स्थिति को खत्म करने के लिए अमेरिका के ततकालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन और अंतिम सोवियत सेना मिखाइल गोर्बाचोव ने आठ दिसंबर, 1987 को एक संधि पर हस्ताक्षर किए। 27 मई, 1988 को संयुक्त राज्य सीनेट ने इस संधि को मंजूरी दे दी, जिसके बाद रीगन और गोर्बाचोव ने एक जून, 1988 को इसकी पुष्टि की इसे मध्यम दूरी परमाणु शक्ति (आईएनएफ) संधि नाम दिया गया।
यह संधि इन दोनों देशों को जमीन से मार करने वाली ऐसी मिसाइलें बनाने से रोकती हैं, जो परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम हो और जिनकी मारक क्षमता 500 से लेकर 5,500 किलोमीटर तक हो। इस संधि पर सहमति होने के बाद दोनों देशों मे करीब 3,000 छोटे परमाणु हथियार और मिसाइलें खत्म कर दी गई थी। साथ ही आईएनफए संधि से पश्चिमी देशों पर सोवियत संघ के परमाणु हमले का खतरा खत्म हो गया था।