Explanation : गुटनिरपेक्ष आंदोलन का मुख्यालय जकार्ता में है, जो इंडोनेशिया की राजधानी है। गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non Alignment Movement, NAM) राष्ट्रों की एक अंतराराष्ट्रीय संस्था है। इस संगठन का मूल आधार 'पंचशील' है, जो भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति गमाल अब्दुल नासर और युगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप ब्रॉज टीटो ने शुरू किया था। इसकी स्थापना अप्रैल 1961 में हुई। 'नाम' के अन्य संस्थापक सदस्य थे–आर्कबिशप मैकरिओज (साइप्रस), यू नू (बर्मा), इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो, घाना के क्वामे नकरूमा, इथियोपिया के शासक हैले तथा नेपाल के राजा महेंद्र बीर बिक्रम शाह। लेकिन इस बनाने का विचार 1950 में आया था। संयुक्त राष्ट्र संंघ (UN) के बाद देश की सदस्यता के मामले में गुटनिरपेक्ष आंदोलन विश्व स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है। वर्तमान में अब तक इस संगठन के 120 सदस्य और 17 पर्यवेक्षक देश हैं।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन की प्रथम बैठक में 25 राष्ट्रों ने हिस्सा लिया। वे हैं - अफगानिस्तान, अल्जीरिया, बर्मा, कंबोडिया, श्रीलंका, कांगो, क्यूबा, साइप्रस, इथियोपिया, घाना, गुयाना, भारत, इंडोनेशिया, इराक, लेबनान, माली, मोरक्को, नेपाल, सोमालिया, सूडान, ट्यूनीशिया, मिस्र, सीरिया, यमन तथा युगोस्लाविया। इसका 18वां गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non Aligned Movement- NAM) शिखर सम्मेलन 25 और 26 अक्तूबर, 2019 को अज़रबैजान के बाकू में आयोजित हुआ था। वर्तमान में इस समूह में 120 विकासशील देश शामिल हैं। इसके अतिरिक्त इस समूह में 17 देशों और 10 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है।
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