गोडावण को राज्य पक्षी का दर्जा कब मिला?

(A) वर्ष 1971 में
(B) वर्ष 1980 में
(C) वर्ष 1981 में
(D) वर्ष 1991 में

Great Indian Bustard

Answer : वर्ष 1981 में

Explanation : गोडावण को राज्य पक्षी का दर्जा वर्ष 1981 में मिला था। राजस्थान का राज्य पक्षी गोडावण का का वैज्ञानिक नाम 'आर्डियोटीस नाइग्रीसैप्स' (Ardeotis nigriceps) है। यह राजस्थान में राष्ट्रीय मरुद्यान, जैसलमेर, सोंकलिया (अजमेर) तथा सोरसन (बारां) में ही पाए जाते हैं। गोडावण को सोनचिरैया (सोन चिड़िया) महासारंग, घोघार, हुकना आदि उपनामों से भी प्रसिद्ध है। गोडावण बड़े आकार के कारण शुतुरमुर्ग की तरह प्रतीत होता है। उड़ने वाले पक्षियों में यह सबसे अधिक वजनी पक्षियों में से एक है। यह एक शर्मीला व सर्वाहारी पक्षी है।

गोडावण राजस्थान के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में भी पाया जाता है। लेकिन सर्वाधिक संख्या में यह राजस्थान में ही पाया जाता है। लुप्त होने के कगार पर खड़े गोडावण के प्रजनन के लिए केंद्र सरकार जैसलमेर में उपकेंद्र खोलने जा रही है जिसका मुख्य केंद्र गुजरात के मांडवी में होगा। वर्तमान में जोधपुर जंतुआलय में गोडावण का प्रजनन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। 2011 में IUCN की 'रेड डाटा लिस्ट' में इसे 'Critically Endangered' प्रजाति माना गया है। गोडावण के संरक्षण हेतु राज्य सरकार ने विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून, 2013 को राष्ट्रीय मरु उद्यान, जैसलमेर में 'प्रोजेक्ट ग्रेट इंडियन बस्टर्ड' प्रारंभ किया। ये प्रोजेक्ट प्रारम्भ करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
Tags : राजस्थान प्रश्नोत्तरी राजस्थान भूगोल
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Godawan Ko Rajya Pakshi Ka Darja Kab Mila