ग्लोबल वार्मिंग की परिभाषा– धरती के वातावरण में तापमान के लगातार हो रही विश्वव्यापी बढ़ोतरी को ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) कहते हैं।
ग्लोबल वार्मिंग का अर्थ पृथ्वी की सतह के तापमान में वृद्धि की निरंतर और स्थिर प्रक्रिया है। इससे पृथ्वी की प्रकृति के संतुलन, जैव विविधता और जलवायु परिस्थितियों को प्रभावित किया है। यह एक बड़ी पर्यावरणीय समस्या है जिसका हम आज सामना कर रहे हैं। ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों के कारण 10 लाख से अधिक प्रजातियां विलुप्त हो गई हैं। सीओ 2, मीथेन जैसी ग्रीन हाउस गैसें पृथ्वी पर ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ाने देने का मुख्य कारण हैं। ये गैसें सीधे तौर पर पिघलने वाली बर्फ की चोटी, बढ़ते समुद्र के स्तर, ग्लेशियरों, अप्रत्याशित बदलती जलवायु को प्रभावित करती हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि वैश्विक स्तर पर वायुमंडलीय ग्रीनहाउस गैस के बढ़ने के कारण 20वीं शताब्दी के मध्य से पृथ्वी की सतह का तापमान एक महान स्तर तक बढ़ गया है।
मानव द्वारा निर्मित ग्लोबल वार्मिंग के अन्य कारण–
(1) वनों की कटाई
(2) औधोगिकरण
(3) शहरीकरण
(4) पेड़ों का काटना
(5) मानव के विभिन्न क्रियाएं
(6) हानिकारक योगीको में वृद्धि
(7) रासायनिक उर्वरकों का उपयोग