घर आये नाग न पूजिये, बांबी पूजन जायं का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) सुलभ मार्ग को छोड़कर टेढ़े मार्ग को ग्रहण करना
(B) गरीब आवभगत में असमर्थ होता है
(C) तुच्छ तथा अल्प वस्तु से बड़ा काम नहीं हो सकता
(D) देखने में अच्छा भला लेकिन भीतर से दु:खी

Answer : सुलभ मार्ग को छोड़कर टेढ़े मार्ग को ग्रहण करना

Explanation : घर आये नाग न पूजिये, बांबी पूजन जायं का अर्थ ghar aaye nag na pujiye bambi pujan jayan है 'सुलभ मार्ग को छोड़कर टेढ़े मार्ग को ग्रहण करना।' हिंदी लोकोक्ति घर आये नाग न पूजिये, बांबी पूजन जायं का वाक्य में प्रयोग होगा – घर के बगल में दारागंज का घाट है जहां आप कभी गंगा स्नान करने नहीं गये लेकिन श्रृंगवेरपुर जाकर आपका श्रावण महिने में गंगा स्नान 'घर आये नाग न पूजिये, बांबी पूजन जाय' वाली उक्ति को चरितार्थ करता है। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'घर आये नाग न पूजिये, बांबी पूजन जायं' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Web Title : Ghar Aaye Nag Na Pujiye Bambi Pujan Jayan