गंजेड़ी यार किसके दम लगाया खिसके का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) क्रोधावेश में अटपटा कार्य करना
(B) स्वार्थी व्यक्ति स्वार्थ के लिए साथ होता है। ​स्वार्थ सिद्ध होते ही वह मुंह फेर लेता है
(C) बाहर-भीतर में बहुत अंतर होना
(D) केवल कल्पना से ही काम पूरा नहीं होता

Answer : स्वार्थी व्यक्ति स्वार्थ के लिए साथ होता है। ​स्वार्थ सिद्ध होते ही वह मुंह फेर लेता है

Explanation : गंजेड़ी यार किसके दम लगाया खिसके का अर्थ ganjedi yaar kiske dam lagaya khiske है 'स्वार्थी व्यक्ति स्वार्थ के लिए साथ होता है। ​स्वार्थ सिद्ध होते ही वह मुंह फेर लेता है।' हिंदी लोकोक्ति गंजेड़ी यार किसके दम लगाया खिसके का वाक्य में प्रयोग होगा – विपिन ने तो विद्यालय में प्रवेश हो जाने के बाद से ही इधर आना छोड़ दिया। गंजेड़ी यार किसके दम लगाया खिसके। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'गंजेड़ी यार किसके दम लगाया खिसके' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Ganjedi Yaar Kiske Dam Lagaya Khiske