केरल के पारूर (Parur) विधान सभा के 50 बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का प्रयोग पहली बार मई 1982 में किया गया। नवम्बर 1998 में मध्य प्रदेश के पांच, राजस्थान के पांच और दिल्ली के छ: विधान सभाओं के चुनाव में बड़े पैमाने पर का प्रयोग किया गया। EVM का प्रयोग करके वर्ष 1999 में पूरा चुनाव कराने वाला प्रथम राज्य गोवा है। EVM का प्रयोग करके पहली बार वर्ष 2004 में सम्पूर्ण आम चुनाव कराया गया। वर्ष 2009 में आम चुनाव एवं सभी विधान सभाओं के चुनाव में EVM का प्रयोग होने लगा।
ईवीएम 6 वोल्ट के एक साधारण बैटरी से चलता है जिसका निर्माण “भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, बंगलौर” और “इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद” द्वारा किया जाता है। चूंकि यह बैटरी से चलता है जिसके कारण इसे पूरे भारत में आसानी से उपयोग में लाया जाता है, साथ ही कम वोल्टेज के कारण ईवीएम से किसी भी मतदाता को बिजली का झटका लगने का भी डर नहीं रहता है।