‘धर्मचक्रप्रवर्त्तन’ किया गया था?

(A) सांची में
(B) श्रावस्ती में
(C) सारनाथ में
(D) वैशाली में

Question Asked : [Jharkhand PSC (Pre) GS Ist 2016]

Answer : सारनाथ में

छ: वर्षों की कठिन साधना के उपरांत 35 वर्ष की अवस्था में वैशाख पूर्णिमा की रात्रि को एक पीपल वृक्ष के नीचे सिद्धार्थ गौतम को ज्ञान प्राप्त हुआ। ज्ञान प्राप्ति के बाद सिद्धार्थ 'बुद्ध' कहलाए। तत्पश्चात् गौतम बुद्ध ने अपने मत का प्रचार-प्रसार आरंभ किया। ज्ञान प्राप्ति की घटना को बौद्ध साहित्य में 'संबोधि' कहा गया है। ज्ञान प्राप्ति की घटना को बौद्ध साहित्य में 'संबोधि' कहा गया है। ज्ञान प्राप्ति के तुरंत बाद गया में ही बुद्ध ने सम्मुख तपस्यु और मल्लिक नामक बंजारे आए, बुद्ध ने उन्हें उपदेश दिया। यही दो सर्वप्रथम बौद्ध धर्म के अनुयायी बने। उरुवेला से वे सबसे पहले, ऋषिपत्तन (वर्तमान में सारनाथ वाराणसी) आए और यहां पर उन्होंने सर्वप्रथम पांच ब्राह्मण संन्यासियों (कौण्डिन्य, वाप्य, भद्रिक, अश्वजित और महानाम) को अपना पहला उपदेश दिया। इस प्रथम उपदेश को 'धर्मचक्रप्रवर्तन' के नाम से जाना जाता है?
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Dharmachakrapravartana Kiya Gaya Tha