(A) बेदखल किए गए खेतिहारों को जमीन वापस लौटाना।
(B) सामाजिक एवं धार्मिक अवसरों पर किसानों को वित्तीय सहायता सुनिश्चित करना।
(C) ऋणग्रस्तता वाली जमीन की बिक्री, बाहरी व्यक्तियों को किए जाने पर प्रतिबंध लगाना।
(D) दिवालिया खेतिहारों को कानूनी सहायता प्रदान करना।