दक्कन दंगा आयोग क्या है?

(A) किसानों के दंगों प्रकृति तथा कारणों की जांच
(B) नये करों के विरूद्ध समिति
(C) अंग्रेजी अत्याचार ​के विरूद्ध जांच
(D) नील की खेती की योजना

Answer : किसानों के दंगों प्रकृति तथा कारणों की जांच

दक्कन दंगा आयोग दक्कन विद्रोह में दंगों की प्रकृति तथा कारणों की जांच के लिए सरकार ने द्यारा नियुक्त किया गया था। आयोग का एकमत से निष्कर्ष था कि गरीबी के परिणामस्वरूप किसानों की ऋणाग्रस्तता दक्कन विद्रोह का एकमात्र कारण थी। आयोग के सुझाव पर सरकार ने 1879 ई. में दक्कन कृषक राहत अधिनियम पारित किया। बतादें कि पश्चिमी भारत के दक्कन क्षेत्र में होने वाले कृषक विद्रोह का मुख्य रैयतवाड़ी भू-राजस्व व्यवस्था थी। यहां ​के किसान करों के भारी बोझ के साथ-साथ साहूकारों के चंगुल में भी फंसे हुए थे। अमेरिकी गृहयुद्ध की समाप्ति के पश्चात् कपास की कीमतों में भारी गिरावट आई। ऐसी परिस्थिति में साहूकारों का शोषण और बढ़ गया। 1867 ई. में सरकार ने भू-राजस्व की दरों में 50% की वृद्धि कर दी, जिसके कृषक समस्याएं चरम पर पहुंच गई, इन्हीं परिस्थितियों में दक्कन में विद्रोह हुए।
Tags : आधुनिक इतिहास इतिहास प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Dakkan Danga Aayog Kya Hai