चोरी चोरी से गया तो क्या हेरा-फेरी से भी गया का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) नेकी करके भूल जाना चाहिए, फल की आशा नहीं करनी चाहिए
(B) नया पद पाकर आदमी अपने आप को ज्यादा बखानता है
(C) चाहे कितना भी प्रयास किया जाय पर बुरे लोगों का स्वभाव नहीं बदलता
(D) बुरे व्यक्ति की बुरी आदत, पूर्ण रूप से नहीं जाती बल्कि किसी न किसी रूप में रहती है

Answer : बुरे व्यक्ति की बुरी आदत, पूर्ण रूप से नहीं जाती बल्कि किसी न किसी रूप में रहती है

Explanation : चोरी चोरी से गया तो क्या हेरा-फेरी से भी गया का अर्थ chori chori se gaya to kya hera feri se bhi gaya है 'बुरे व्यक्ति की बुरी आदत, पूर्ण रूप से नहीं जाती बल्कि किसी न किसी रूप में रहती है।' हिंदी लोकोक्ति चोरी चोरी से गया तो क्या हेरा-फेरी से भी गया का वाक्य में प्रयोग होगा – राजेश का साथ छोड़ दो नहीं तो इसी तरह से रोज कहीं न कहीं झंझट में फंसते रहोगे, क्योंकि राजे ने अपनी बुरी आदतें पूरी तरह नहीं छोड़ी हैं। चोर चोरी से गया तो क्या हेरा-फेरी से भी गया। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'चोरी चोरी से गया तो क्या हेरा-फेरी से भी गया' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Chori Chori Se Gaya To Kya Hera Feri Se Bhi Gaya