छींके कोई, नाक कटावे कोई का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) स्वाद के लिए घाटा भी मंजूर
(B) थोड़ा-थोड़ा करके अधिक हो जाता है।
(C) जिसने स्वयं दु:ख नहीं झेला है, वह दूसरे के दु:ख को नहीं समझ सकता
(D) दोष किसी का फल कोई और भोगे

Answer : दोष किसी का फल कोई और भोगे

Explanation : छींके कोई, नाक कटावे कोई का अर्थ chhinke koi nak katave koi है 'दोष किसी का फल कोई और भोगे।' हिंदी लोकोक्ति छींके कोई, नाक कटावे कोई का वाक्य में प्रयोग होगा – निरीक्षकों द्वारा की गई गलती के ही कारण आज केन्द्र व्यवस्थापक को मुसीबत झेलनी पड़ रही है। छींके कोई, नाक कटावे कोई। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'छींके कोई, नाक कटावे कोई' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Chhinke Koi Nak Katave Koi