भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 198 के अनुसार, प्रमाण–पत्र को जिसका मिथ्या होना ज्ञात है, सच्चे के रूप में काम में लाना – जो कोई किसी ऐसे प्रमाण–पत्र को यह जानते हुये कि वह किसी तात्विक बात के संबंध में मिथ्या है, सच्चे प्रमाण–पत्र के रूप में भ्रष्टातापूर्वक उपयोग में लाएगा, या उपयोग में […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 के अनुसार, लोक सेवक द्वारा सम्यक् रूप से प्रख्यापित आदेश की अवज्ञा – जो कोई यह जानते हुए कि वह ऐसे लोक सेवक द्वारा प्रख्यापित किसी आदेश से, जो ऐसे आदेश को प्रख्यापित करने के लिये विधिपूर्वक सशक्त है, कोई कार्य करने से विरत रहने के लिये या […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 170 के अनुसार, लोक सेवक का प्रतिरूपण – जो कोई किसी विशिष्ट पद को लोक सेवक के नाते धारण करने का अपदेश यह जानते हुए करेगा कि वह ऐसा पद धारण नहीं करता है या ऐसा पद धारण करने वाले किसी अन्य व्यक्ति का छद्म प्रतिरूपण करेगा और ऐसे […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 156 के अनुसार, उस स्वामी या अधिभोगी के अभिकर्ता का दायित्व, जिसके फायदे के लिए बल्वा किया जाता है – जब कभी ऐसे व्यक्ति के फायदे के लिए या ऐसे व्यक्ति की ओर बल्वा किया जाए, जो किसी भूमि का, जिसके विषय में ऐसा बल्वा हो, स्वामी हो या […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 155 के अनुसार, उस व्यक्ति का दायित्व, जिसके फायदे के लिए बल्वा किया जाता है – जब कभी किसी ऐसे व्यक्ति के फायदे के लिए या उसकी ओर से बल्वा किया जाए, जो किसी भूमि का, जिसके विषय में ऐसा बल्वा हो, स्वामी या अधिभोगी हो या जो ऐसी […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 153 (ख) के अनुसार, राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले लांछन, प्राख्यान – (1) जो कोई बोले गए या लिखे गये शब्दों द्वारा या संकेतों द्वारा या दृश्यरूपणों द्वारा या अन्यथा – (क) ऐसा कोई लांछन लगाएगा या प्रकाशित करेगा कि सिकी वर्ग के व्यक्ति इस कारण से […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 153 (क) के अनुसार, धर्म, मूलवंश, जन्मस्थान, निवास स्थान, भाषा, इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का सम्प्रवर्तन और सौहार्द बने रहने पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले कार्य करना – (1) जो कोई – (क) बोले गए या लिखे गए शब्दों द्वारा या संकेतों द्वारा या […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 153 के अनुसार, बल्वा कराने के आशय से स्वैरिता से प्रकोपन देना–यदि बल्वा किया जाए–यदि बल्वा न किया जाए – जो कोई अवैध बात के करने द्वारा किसी व्यक्ति को परिद्वेष से या स्वैरिता से प्रकोपित इस आशय से या यह सम्भाव्य जानते हुए करेगा कि ऐसे प्रकोपन के […]
देश की राजधानी दिल्ली में बना अक्षरधाम का मंदिर संस्कृति और शिल्पकला का सुंदर नमूना है। एक आंकड़े के मुताबिक इस मंदिर में हर साल करीब दस लाख से ज्यादा पर्यटक दर्शन करने आते हैं। पूरे मंदिर को पांच प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है। मंदिर में उच्च संरचना में 234 नक्काशीदार खंभे, 9 […]
वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में शीतकालीन सेवा का क्रम भाई दूज से शुरू हो गया है। इसी के साथ बदली सेवा के अंतर्गत मंदिर दर्शन का समय परिवर्तिन के साथ ठाकुर बांकेबिहारी महाराज की सेवा भी शीत कालीन पद्धति के अनुसार शुरू हो गई। बदले समय के अनुसार अब ठाकुर बांके बिहारी मंदिर […]
धरती के वातावरण में तापमान के लगातार हो रही विश्वव्यापी बढ़ोतरी को ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) कहते हैं। पृथ्वी की सतह से अधिक पानी के वाष्पीकरण के कारण ग्लोबल वार्मिंग वातावरण में बढ़ रहा है, जो बदले में ग्रीनहाउस गैस बन जाता है और फिर से ग्लोबल वार्मिंग में वृद्धि का कारण बनता है। ग्लोबल वार्मिंग […]
ग्लोबल वार्मिंग की परिभाषा– धरती के वातावरण में तापमान के लगातार हो रही विश्वव्यापी बढ़ोतरी को ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) कहते हैं। ग्लोबल वार्मिंग का अर्थ पृथ्वी की सतह के तापमान में वृद्धि की निरंतर और स्थिर प्रक्रिया है। इससे पृथ्वी की प्रकृति के संतुलन, जैव विविधता और जलवायु परिस्थितियों को प्रभावित किया है। यह एक […]
यूट्यूब क्रिएटर अवॉर्ड (YouTube Creator Rewards) के द्वारा YouTube के विभिन्न चैनलों की सब्सक्रिप्शन (Subscribers) के लिहाज से हासिल महत्वपूर्ण उपलब्धि को मान्यता दी जाती है। यह चार कैटेगरी में दिया जाता है। 1. सिल्वर प्ले बटन अवॉर्ड (Silver Play Button) : जब आपका YouTube चैनल का सब्सक्रिप्शन 1,00,000 तक पहुंच जाता है। 2. गोल्ड […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 151 के अनुसार, पाँच या अधिक व्यक्तियों के जमाव को बिखर जाने का समावेश दिए जाने के पश्चात् उसमें जानते हुए सम्मिलित होना या बने रहना – जो कोई पाँच या अधिक व्यक्तियों के किसी जमाव में, जिससे लोक शांति में विघ्न कारित होना सम्भाव्य हो, ऐसे जमाव को […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 147 के अनुसार, बल्वा करने के लिए दंड – जो कोई बल्वा करने का दोषी होगा, वह दोनों में से किसी भाँति के कारावास से, जिसकी अवधि दो वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दंडित किया जाएगा। According to Section 147 of the Indian […]