भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 427 के अनुसार, रिष्टि जिससे पचास रुपये का नुकसान होता है – जो कोई रिष्टि करेगा और तदद्वारा पचास रुपये या उससे अधिक की रिष्टि की हानि या नुकसान कारित करेगा, वह दोनों में से किसी भाँति के कारावास से, जिसकी अवधि दो वर्ष तक की हो सकेगी, या […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 420 के अनुसार, छल करना और सम्पत्ति परिदत्त करने के लिये बेईमानी से उत्प्रेरित करना – जो कोई छल करेगा और तदद्वारा उस व्यक्ति को, जिसे प्रवंचित किया गया है, बेईमानी से उत्प्रेरित करेगा कि वह कोई सम्पत्ति किसी व्यक्ति को परिदत्त कर दे, या किसी भी मूल्यवान् प्रतिभूति […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 419 के अनुसार, प्रतिरूपण द्वारा छल के लिये दंड – जो कोई प्रतिरूपण द्वारा छल करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि तीन वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से दंडित किया जायेगा।
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 406 के अनुसार, आपराधिक न्यायभंग के लिये दंड – जो कोई आपराधिक न्यासभंग करेगा, वह दोनों में से, किसी भाँति के कारावास से, जिसकी अवधि तीन वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दंडित किया जायेगा। According to Section 406 of the Indian Penal Code […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 377 के अनुसार, प्रकृति विरुद्ध अपराध – जो कोई, किसी पुरुष, स्त्री या जीव-जंतु के साथ प्रकृति की व्यवस्था के विरुद्ध स्वेच्छया इन्द्रियभोग करेगा, वह आजीवन कारावास से, या दोनों में से किसी भाँति के कारावास से, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, दंडित किया जाएगा और […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 376 घ के अनुसार, सामूहिक बलात्संग — जहां किसी स्त्री से, एक या अधिक व्यक्तियों द्वारा, एक समूह गठित करके या सामान्य आशय को अग्रसर करने में कार्य करते हुए बलात्संग किया जाता है, वहाँ उन व्यक्तियों में से प्रत्येक के बारे में यह समझा जाएगा कि उसने बलात्संग […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 376 ग के अनुसार, प्राधिकार में किसी व्यक्ति द्वारा मैथुन – जो कोई,– (क) प्राधिकार की किसी स्थिति या वैश्वासिक संबंध रखते हुए; या (ख) कोई लोक सेवक होते हुए; या (ग) तत्समय प्रवृत्त किसी विधि द्वारा या उसके अधीन स्थापित किसी जेल, प्रतिप्रेषण-गृह या अभिरक्षा के अन्य स्थान […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 376 ख के अनुसार, पति द्वारा अपनी पत्नी के साथ पृथक्करण के दौरान मैथुन – जो कोई अपनी पत्नी के साथ, जो पृथक्करण की डिक्री के अधीन या अन्यथा, पृथक् रह रही है, उसकी सम्मति के बिना मैथुन करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से जिसकी […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 376 क के अनुसार, बारह वर्ष से कम आयु की स्त्री से बलात्संग के लिए दंड – जो कोई बारह वर्ष से कम आयु की किसी स्त्री से बलात्संग करेगा, वह कठिन कारावास से, जिसकी अवधि बीस वर्ष से कम की नहीं होगी किंतु जो आजीवन कारावास, जिसका अभिप्राय […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 376 के अनुसार, बलात्संग के लिए दंड – (1) जो कोई, उपधारा (2) में उपबंधित मामलों के सिवाय, बलात्संग करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कठोर कारावास से, [जिसकी अवधि दस वर्ष से कम की नहीं होगी किंतु जो आजीवन कारावास तक की हो सकेगी, दंडित किया […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 370 क के अनुसार, ऐसे व्यक्ति का जिसका दुर्व्यापार किया गया है, शोषण – (1) जो कोई यह जानते हुए या इस बात का विश्वास करने का कारण रखते हुए कि किसी अवयस्क का दुर्व्यापार किया गया है, ऐसे अवयस्क को किसी भी रीति में लैंगिक शोषण के लिए […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 370 के अनुसार, व्यक्ति का दुर्व्यापार – (1) जो कोई, शोषण के प्रयोजन के लिए— पहला — धमकियों का प्रयोग करके; या दूसरा — बल या किसी भी अन्य प्रकार के प्रपीड़न का प्रयोग करके; या तीसरा — अपहरण द्वारा; या चौथा — कपट का प्रयोग करके या प्रवंचना […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 354 घ के अनुसार, पीछा करना – (1) ऐसा कोई पुरुष, जो– (i) किसी स्त्री का उससे व्यक्तिगत अन्योन्यक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए, उस स्त्री द्वारा स्पष्ट रूप से अनिच्छा उपदर्शित किए जाने के बावजूद, बारंबार पीछा करता है और सम्पर्क करता है या सम्पर्क करने का प्रयत्न […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 354 ग के अनुसार, दृश्यरतिकता — ऐसा कोई पुरुष, जो कोई ऐसा किसी स्त्री को, जो उन परिस्थितियों के अधीन, जिनमें वह यह प्रत्याशा करती है कि उसे अपराध करने वाला या अपराध करने वाले के कहने पर कोई अन्य व्यक्ति देख नहीं रहा होगा, किसी प्राइवेट कृत्य में […]
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 354 ख के अनुसार, विवस्त्र करने के आशय से स्त्री पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग — ऐसा कोई पुरुष, जो किसी स्त्री को किसी सार्वजनिक स्थान में विवस्त्र करने या निर्वस्त्र होने के लिए बाध्य करने के आशय से उस पर हमला करेगा या उसके प्रति आपराधिक […]