(A) जिसका ज्ञान इंद्रियों द्वारा हो सके (B) जिसका ज्ञान इंद्रियों द्वारा न हो सके (C) आकाश में विचरण करने वाला (D) इन्द्रियों को वश में रखने वाला
(A) धार्मिक पंथ/आश्रय का महंत (B) जो किसी की गद्दी पर (आकर) बैठा हो (C) घर का मुखिया (D) किसी के अधूरे कार्यों को पूरा करने वाला
(A) अस्थायी निवास स्थान (B) जीवन का अन्तिम लक्ष्य (C) स्थान जहां स्थायी रूप से निवास करते हैं (D) लक्ष्य जहां जाना है
(A) दुष्ट व्यक्ति (B) दूसरों की हत्या करने वाला (C) गंजे सिर वाला (D) मूख व्यक्ति
(A) सम्पूर्ण भूण्डल को निगल जाने वाली विपत्ति (B) बड़ी-बड़ी ग्रास खाने वाला (C) एक ही ग्रास में सारा भोजन समाप्त करने वाला (D) ऐसा ग्रहण जो पूरे भूमण्डल को घेर ले
(A) प्रसन्नचित्त होकर दान देने वाला (B) गरीबों की सहायता करने वाला (C) जिसका हाथ बहुत तेज चलता हो (D) बहुत ही कंजूस व्यक्ति
(A) कान के नीचे लटकता हुआ कोमल भाग (B) सुन्दर कर्ण वाली नायिका (C) जिसके नेत्र कानों तक हों (D) कर्ण के नीचे की भुजा
(A) ऊपरी दिखावे के रूप में होने वाला (B) आतिथ्य सत्कार करना (C) सहानुभूति या सहायता करना (D) जनसेवा में लगे रहना
(A) इंद्र से सम्बन्धित (B) इंद्रियों से सम्बन्धित (C) इंदिरा से सम्बन्धित (D) इंद्राणी से सम्बन्धित
(A) आकाश में विचरण करने वाला (B) निरंतर सम्पन्न होन वाला (C) ऊपर की ओर जाने वाला (D) आगे की ओर जाने वाला
(A) ऊपर की ओर उछाला या फेंका हुआ (B) जिससे बढ़कर कोई ऊंचा न हो (C) क्रोधित व्यक्ति की मन:स्थिति (D) किंकर्त्तव्यविमूढ़ता की स्थिति
(A) बहुत आगे बढ़ने का आकांक्षा (B) ऊपर की ओर उछाला हुआ (C) नीचे की ओर फेंका हुआ (D) ऊपर आने वाला श्वास
(A) दूसरों की बुराई करने वाला (B) दूसरों का अनिष्ट करने वाला (C) दूसरों की उन्नति देखकर जलने वाला (D) दूसरों को नीचा दिखाने की प्रवृत्ति वाला
(A) इंद्रियों को वश में रखने वाला (B) जिसका ज्ञान इंद्रियों द्वारा हो सके (C) जिसका ज्ञान इंद्रियों द्वारा न हो (D) पूर्ण ब्रह्मचारी
(A) दैव अथवा प्रकृति द्वारा होने वाला (दु:ख) (B) जीवों द्वारा होने वाला (दु:ख) (C) अधिकारपूर्वक कहा गया (D) गृहस्थी की वस्तुएं न जुटा पाना