बीएससी (पीसीएम) के उम्मीदवारों के लिए साइंटिफिक और नॉन-साइंटिफिक दोनों सेक्टर में नौकरी के अवसर मौजूद हैं। छात्र एग्रीकल्चर इंडस्ट्री, टेस्टिंग लेबोरेट्रीज, फॉरेंसिक क्राइम रिसर्च, वेस्टवाटर प्लांट, रिसर्च फर्स, बायोटेक्नोलॉजी फर्स, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, हॉस्पिटल, सीड एंड नर्सरी कंपनीज, स्पेस रिसर्च इंस्टीट्यूट, वाइल्डलाइफ एंड फिशरीज डिपार्टमेंट, फूड इंस्टीट्यूट्स इत्यादि क्षेत्रों में अपने लिए विकल्प तलाश सकते हैं। इसके अलावा उम्मीदवार सिविल सेवा (अखिल भारतीय स्तर पर आईएएस और राज्य स्तर पर पीएससी की परीक्षाएं), रेलवे, बैंक, एसएससी के माध्यम से होने वाली परीक्षाओं की तैयारी भी कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी के बढ़ते स्कोप व नौकरियों के ज्यादा अवसर को देखते हुए बीएससी (पीसीएम) के छात्र इन कोर्स को करके भविष्य संवार सकते है–
प्लास्टिक टेक्नोलॉजी : इस कोर्स में प्लास्टिक उत्पादों के विकास, डिजायन, उत्पादन व प्रसंस्करण से संबंधित चीजें सिखाई जाती हैं। प्लास्टिक टेक्नोलॉजी में बीटेक करने वाले प्रोफेशनल्स के लिए पब्लिक सेक्टर की कंपनियों जैसे ओएनजीसी, ऑयल इंडिया लिमिटेड, पेट्रोलियम मंत्रालय व पीसीआरएआई में नौकरियों के अवसर मौजूद हैं।
लेदर टेक्नोलॉजी : बीटेक करने वाले स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग व केमिकल इंडस्ट्रीज में नौकरी कर सकते हैं। साथ ही चमड़ा उद्योग, वाद्ययंत्र, सूटकेस, बैग, गैसकिट, कार व जहाज की सीटें, फुटबॉल व क्रिकेट बॉल बनाने वाली कंपनियों में भी इनकी मांग है।
ओसियनोग्राफी : मरीन बायोलॉजी में बीएससी के बाद ओसियनोग्राफी में मास्टर्स किया जा सकता है। इसकी पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स मरीन बायोलॉजिस्ट, फिजिकल ओसियनोग्राफर, केमिकल ओसियनोग्राफर, मरीन इंजीनियर, मरीन पर्यावरणविद् आदि पदों पर काम कर सकते हैं।
एस्ट्रोफिजिक्स : फिजिकल साइंस में बीएस-एमएस ड्यूअल डिग्री व फिजिक्स में बीएससी के छात्र इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो), डिफेंस रिसर्च एंड डवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स में नौकरी कर सकते हैं।
अन्य विकल्प : पीसीएम चुनने वाले छात्र के लिए मर्चेंट नेवी, रेलवे टेक्निशियन, नेवी, एयरफोर्स, आईटी, फुटवेयर टेक्नोलॉजी, इंडस्ट्रियल डिजायन, पैकेजिंग टेक्नोलॉजी, बिल्डिंग टेक्नोलॉजी, खाद्य प्रसंस्करण, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, भू-विज्ञान, जेम एंड ज्वैलरी, खनन, धातुशोधन, मौसम विज्ञान, खगोल विज्ञान आदि क्षेत्रों में नौकरी के भरपूर अवसर मौजूद हैं।
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