बोगजकोई महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि :

(A) यह मध्य एशिया एवं तिब्बत के मध्य एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था
(B) यहां से प्राप्त अभिलेखों में वैदिक देवता एवं देवियों का नामोल्लेख प्राप्त होता है
(C) वेद के मूल ग्रंथों की रचना यहां हुई थी
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं

Question Asked : [UPPCS (Pre) GS 1996]

Answer : यहां से प्राप्त अभिलेखों में वैदिक देवता एवं देवियों का नामोल्लेख प्राप्त होता है

एशिया माइनर के बोगजकेाई नामक स्थान से 1400 ई. पूर्वी के अभिलेख मिले हैं। इस अभिलेख में वैदिक देवता इंद्र मिस्त्र, नासत्य एवं वरुण का उल्लेख मिलता है। अनेक विद्यानों ने एशिया के ​विभिन्न क्षेत्रों में आर्यों का मूल निवास स्थान ​स्वीकार किया है। मैक्समूलर महोदय आर्यों का आदि देश मध्य एशिया, रोड्स, बैक्ट्रिया तथा एडवर्ड मेयर पामीर को मानते हैं। मेयर महोदय का विचार है कि पामीर के पठार से ही इंडो-ईरानी जाति पूर्व में पंजाब तथा पश्चिम में मेसोपोटामियों की ओर गयी। इस मत का समर्थन ओल्डेन वर्ग तथा कीथ आदि विद्वानों ने भी किया है जो​ विद्यान एशिया को आर्यों का मूल स्थान स्वीकार नहीं करते, उनका कहना है कि यूरोपीय भाषा-भाषी परिवार के मुहावरों का प्रसार यह सिद्ध करता है कि आर्यों का मूल निवास स्थान एशिया की अपेक्षा यूरोप में खोजना अधिक तर्कसंगत होगा।
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