Explanation : बिहार का शोक कोसी नदी को कहा जाता है। यह बाढ़ की विभीषिका के कारण 'बिहार का शोक' कहलाती है। कोसी नदी मार्ग बदलने के लिए प्रसिद्ध है। यह नेपाल से निकलती है, जहां इसे सप्तकौशिकी के नाम से जाना जाता है। अतः कोसी का मूल नाम भी कौशिकी है।कोसी नदी सात धाराओं के मिलने से बनी है। इन धाराओं का नाम इंद्रावती, सनकोसी ताम्रकोसी, लिच्छूकोसी, दूध कोसी, अरुणकोसी और तामूरकोसी है। त्रिवेणी के पास ये सभी धारायें मिलकर कोसी कहलाती हैं। यह नदी सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया आदि जिलों में प्रवाहित होती है। कोसी नदी मार्ग परिवर्तन के लिए प्रसिद्ध है तथा पिछले 200 वर्षों में 150 किलोमीटर पूरब से पश्चिम की ओर स्थानांतरित हुई है। कोसी नदी कुरसैला के पास गंगा में मिलने से पूर्व डेल्टा का निर्माण करती है। कोसी नदी भारतीय सीमा में हनुमानगढ़ के निकट प्रवेश करती है। इसकी कुल लंबाई 730 किमी (बिहार में 260 किमी) है। यह खगड़िया (बिहार) के निकट गंगा से मिलती है।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : लोकसभा में सामान्यतः तीन सत्र होते हैं। सबसे लंबा बजट सत्र (फरवरी-मार्च में), मानसून सत्र (जुलाई-अगस्त में) और शीतकालीन सत्र (नवंबर-दिसंबर)। लेकिन भारत में कोई निश्चित संसदीय कैलेंडर नहीं है। संसद के सत्र के संबंध में संविधान के ...Read More
Explanation : भौगोलिक अपरदन चक्र की संकल्पना डब्ल्यू एम डेविस महोदय ने प्रस्तुत की थी। अपरदन चक्र में संरचना, प्रक्रम तथा समय या अवस्था को डेविस के त्रिकूट के नाम से जाना जाता है। इसके सिद्धांत का मुख्य उद्देश्य स्थलरूपों का जननिक तथा क्रमबद्ध ...Read More
Explanation : पृथ्वी की आंतरिक परत के निर्माण में निकेल और फेरम तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। पृथ्वी की रासायनिक संरचना के तहत पृथ्वी की आंतरिक संरचना व परत को सियाल, सीमा तथा निफे में विभाजित किया जाता है। सियाल में सिलिका तथा एल्युमीन ...Read More
Explanation : सौरमंडल का प्रधान आकाशीय पिंड सूर्य है। सौरमंडल का 99.56% पदार्थ सूर्य में ही निहित है। इसका द्रव्यमान पृथ्वी से 3,30,000 गुना अधिक तथा व्यास पृथ्वी के व्यास से 109 गुना अधिक है। सूर्य, मंदाकिनी का एक तारा है, जिसका एक चक्कर लगान ...Read More
Explanation : बिहार के भागलपुर जिले को 'सिल्क सिटी' के नाम से भी जाना जाता है। यहां का तसर सिल्क विश्व विख्यात है, सिल्क का कारोबार हरेक साल अरबों रुपए का होता है। यह रेशमी, सजावटी कपड़े, स्टेपल चादरें, निर्माण योग्य रेशमी और सूती कपड़े का उत् ...Read More
Explanation : एशिया की सबसे बड़ी एवं ताजे जल वाली गोखुर झील बिहार में कनवार झील है। काँवर झील अथवा कावर झील जिसे स्थानीय रूप से काबर ताल, कंवर ताल या काँवर ताल भी कहते हैं, बिहार के बेगूसराय जिले में मीठे पानी की उथली झील है। इसे 21 जुलाई, 202 ...Read More
Explanation : बिहार के कैमूर जिले में तिलहर जलप्रपात स्थित है। इसकी ऊंचाई 80 मीटर है। इस जलप्रपात कि पानी हमेशा ठंडा रहता है। यह दुर्गावती नदी के समीप कैमूर पठार पर अवस्थित है। कैमूर में ही करकट गढ़ जलप्रपात भी स्थित है, जो कैमूर पर्वत श्रृंखल ...Read More
Explanation : बिहार राज्य का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 94163 वर्ग किमी है। इसकी उत्तर से दक्षिण लंबाई 345 किमी तथा पूरब से पश्चिम चौड़ाई 483 किमी है। इसकी समुद्रतल ऊंचाई 173 फीट है। इसका अक्षांशीय विस्तार 24°2010 से 27°31 15" उत्तरी अक्षांश तथा दे ...Read More
Explanation : भारत में प्रथम कोयला खदान रानीगंज, पश्चिम बंगाल में खोदी गई थी। भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1774 ई. में दामोदर नदी के पश्चिमी किनारे पर रानीगंज में कोयले का वाणिज्यिक खनन आरम्भ किया था। दामोदर घाटी क्षेत्र भारत का विशाल ...Read More
Explanation : अखबारी कागज उद्योग नेपानगर में अवस्थित है। यह मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में है। यह औद्योगिक नगर अपनी न्यूज प्रिंट पेपर मिल, नेपा मिल्स लिमिटेड (पूर्व में नेशनल न्यूज प्रिंट लिमिटेड) के लिए प्रसिद्ध है। नेपा मिल एशिया की पहली ...Read More
Web Title : Bihar Ka Shok Kis Nadi Ko Kaha Jata Hai