भूख लगी तो घर की सूझी का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) कठिन काम प्रारम्भ करने पर कठिनाइयों से नहीं डरना चाहिए।
(B) जरूरत पकड़ने पर सपनों की याद आती है
(C) बहुत कम वस्तु से आवश्यकता की पूर्ति नहीं होती है
(D) समय के चूक जाने पर उत्तेजना के वशीभूत होकर उलटा-सीधा बकना

Answer : जरूरत पकड़ने पर सपनों की याद आती है

Explanation : भूख लगी तो घर की सूझी का अर्थ bhookh lagi to ghar ki sujhi है 'जरूरत पकड़ने पर सपनों की याद आती है।' हिंदी लोकोक्ति भूख लगी तो घर की सूझी का वाक्य में प्रयोग होगा – चुनाव आने पर नेता जी को अपने चुनाव क्षेत्र की यकायक ख्याल आना भूख लगी तो घर की सूझी जैसा है।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'भूख लगी तो घर की सूझी' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Bhookh Lagi To Ghar Ki Sujhi