Explanation : भौतिक विज्ञान (Physics) मुख्यत दो प्रकार के होते हैं–चिरसम्मत भौतिकी और आधुनिक भौतिकी। 19वीं शताब्दी तक की भौतिकी को चिरसम्मत भौतिकी (Classical Physics) माना जाता है। इसकी प्रमुख शाखाएं हैं–(i) यांत्रिकी (Mechanics), प्रकाशिकी (Optics), ध्वनि एवं तरंग गति (Sound and Wave Motion), ऊष्मा एवं ऊष्मागतिकी (Heat and Thermodynamics) और विद्युत्-चुंबकत्व (Electromagnetism)। जबकि आधुनिक भौतिकी (Modern Physics) में मुख्यतः बीसवीं शताब्दी से वर्तमान की भौतिकी का अध्ययन किया जाता है। इसकी प्रमुख शाखाएं हैं–(i) परमाणु भौतिकी (Atomic Physics), नाभिकीय भौतिकी (Nuclear Physics), क्वाण्टम यांत्रिकी (Quantum Mechanics), आपेक्षिकता का सिद्धांत (Theory of Relativity), विश्वविज्ञान एवं अंतरिक्ष अंवेषण (Cosmology and Space Exploration) और मध्याकार भौतिकी (Mesoscopic Physics)।....अगला सवाल पढ़े
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Explanation : पेंसिल में ग्रेफाइट (Graphite) पाया जाता है। कार्बन एक ऐसा तत्व है जो कि कई अपरूपों में पाया जाता है- ग्रेफाइट, हीरा, कोयला, चारकोल, काजल, गंधक, फास्फोरस, टिन, सिलिकोन आदि कार्बन के विभिन्न अपरूप है। ग्रेफाइट कार्बन का ऐसा अपरूप ...Read More
Explanation : प्रकाश का वेग अधिकतम निर्वात (Vacuum) में होता है। प्रकाश का वेग निर्वात् में सबसे अधिक होता है। निर्वात् में प्रकाश का वेग लगभग 2.99792458 x 10 8 मीटर/सेंकड होता है। निर्वात् से तात्पर्य ऐसे स्थान (क्षेत्र) से है जहां कोई पदार्थ ...Read More
Explanation : सूर्य की किरणों में सात रंग (Seven Colors)होते हैं। सूर्य का श्वेत प्रकाश सात रंगों का मिश्रण है जो इस प्रकार है बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल। बैंगनी प्रकाश का तरंग दैर्ध्य सबसे कम होता है जबकि लाल का सबस ...Read More
Explanation : इंद्रधनुष में बीच का रंग हरा होता है। हरा रंग इंद्रधनुष में चौथे नंबर पर आता है। हरा रंग दया, हरियाली और शांति का प्रतीक माना जाता है। हरे रंग को प्रकृति का रंग भी कहा जाता है। इंद्रधनुष में सात रंग होते है, ये क्रम हैं- बैंगनी, ...Read More
Explanation : इंद्रधनुष में सबसे ऊपरी भाग में लाल रंग होता है। इंद्रधनुष में सात रंग होते है, ये रंग हैं- बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल। परावर्तन, पूर्ण आंतरिक परावर्तन तथा अपवर्तन द्वारा वर्ण विक्षेपण का सबसे अच्छा उदाहरण इंद ...Read More
Explanation : सत्येंद्र नाथ बोस की मृत्यु 4 फरवरी, 1974 हुई थी। गणितज्ञ व भौतिक विज्ञानी सत्येंद्रनाथ बोस का जन्म 2 जनवरी, 1894 कलकत्ता (अब कोलकाता) में हुआ था। 1924 में ‘प्लांक्स ला एंड लाइट क्वांटम’ शोधपत्र लिखा और विज्ञानी अल्बर्ट आइंस्टीन ...Read More
Explanation : कोणीय त्वरण का मात्रक रेडियन/सेकंड2 होता है। यदि किसी अक्ष के परितः घूमने वाले पिंड का कोणीय वेग समय के साथ बदलता है तो उसकी गति में कोणीय त्वरण होता है। अतः कोणीय वेग के परिवर्तन की दर को कोणीय त्वरण (Angular Accelera ...Read More
Explanation : एक सौर दिवस में 86,4000 एसआई सेकंड होते हैं। जब सूर्य आकाश में चलते हुए सबसे ऊंचे बिन्दु पर होता है तो उस समय को मध्याह्न (noon) कहते हैं। दो क्रमागत (successive) मध्याह्नों के बीच के समय-अंतराल को सौर दिवस (Solar day) कहते हैं। ...Read More
Explanation : MKS प्रणाली में M-Meter दर्शाता है। वर्तमान में MKS (Meter, Kilogram and Second) पद्धति एक प्रचलित विधि है। इस पद्धति में लंबाई, द्रव्यमान और समय के मात्रक क्रमशः मीटर, किलोग्राम और सेकंड होते हैं। यह पद्धति CGS पद्धति CGS पद्धति ...Read More
Explanation : मात्रक दो प्रकार के होते हैं– मूल मात्रक (Fundamental units) और व्युत्पन्न मात्रक (Derived units)। किसी राशि की माप या तौल को व्यक्त करने के लिए दो बातों का ज्ञान आवश्यक है– पहला मात्रक (Unit) और दूसरा संख्यात्मक मान जो उस राशि क ...Read More
Web Title : Bhautik Vigyan Kitne Prakar Ke Hote Hain