भारत सरकार अधिनियम 1935 की विशेषता क्या है?

(A) भारत में बेरोजगारी समाप्त कराना
(B) राज्यों का विकास
(C) प्रांतीय स्वायत्तता
(D) मतदान करने का अधिकार

Question Asked : [SSC ऑनलाइन स्टेनोग्राफर, 13 सितंबर, 2017 (II-पाली)]

Answer : प्रांतीय स्वायत्तता

भारत सरकार अधिनियम 1935 की विशेषता प्रांतीय स्वायत्तता है। 1935 के अधिनियम ने प्रान्तों की तत्कालीन स्थिति में सुधार किया था क्योंकि इसमें प्रांतीय स्वायत्तता के प्रावधान को शामिल किया गया था। इस व्यवस्था के अनुसार प्रांतीय सरकारों के मंत्रियों को विधायिका के प्रति उत्तरदायी बनाया गया, साथ ही विधायिका के अधिकारों में वृद्धि भी की गयी।

भारत का वर्तमान संवैधानिक ढांचा बहुत कुछ वर्ष 1935 के अधिनियम पर आधारित है। वर्ष 1935 के मुख्य उपबंध इस प्रकार हैं — 1. संघात्मक सरकार की स्थापना, 2. केंद्र में द्वैध शासन की स्थापना, 3. प्रांतों में द्यैध शासन के स्थान पर स्वायत्त शासन की स्थापना, 4. द्वि सदनीय केंद्रीय विधानमंडल, 5. प्रांतीय शासन व्यवस्था, 6. प्रांतीय विधानमंडल, 7. केंद्र एवं प्रांतों में शक्तियों का विभाजन और 8. फेडरल न्यायालय की स्थापना आदि।
Tags : राजव्यवस्था प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Bharat Sarkar Adhiniyam 1935 Ki Visheshta Kya Hai