Explanation : भारत में कुल रामसर साइटओं की संख्या 64 है। भारत ने 3 अगस्त, 2022 को 10 और रामसर साइट (Ramsar Sites) जोड़े, जिसके बाद अब कुल रामसर साइट 54 से बढ़कर 64 हो गई हैं। नई साइटों में तमिलनाडु के 6 आर्द्रभूमि और गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और ओडिशा से एक-एक शामिल हैं। बता दें कि रामसर साइट्स (Ramsar Sites) का उद्देश्य आर्द्रभूमि (Protected Wetlands) के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का विकास और रखरखाव करना है, जो वैश्विक जैविक विविधता के संरक्षण और मानव जीवन को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। भारत साल 1971 में रामसर, ईरान में हस्ताक्षरित रामसर कन्वेंशन के लिए अनुबंधित पक्षों में से एक है। भारत ने 1 फरवरी 1982 को इस पर हस्ताक्षर किए। अब तक 12,50,361 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करने वाली 64 आर्द्रभूमि को अंतर्राष्ट्रीय महत्व के रामसर स्थलों के रूप में नामित किया गया है। भारत और चीन के पास अब अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमियों की संख्या सबसे अधिक है।
भारत के नये 10 वेटलैंड्स (Wetlands) को रामसर साइट्स का दर्जा मिला हैं–
1. कूनथनकुलम पक्षी अभ्यारण्य- तमिलनाडु
2. मन्नार की खाड़ी समुद्री बायोस्फीयर रिजर्व तमिलनाडु
3. उदयमार्थंदपुरम पक्षी अभयारण्य- तमिलनाडु
4. वेदान्थंगल पक्षी अभ्यारण्य- तमिलनाडु
5. वेलोड पक्षी अभयारण्य- तमिलनाडु
6. वेम्बन्नूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स- तमिलनाडु
7. सतकोसिया गॉर्ज- ओडिशा
8. नंदा झील- गोवा
9. रंगनाथितु बी एस-कर्नाटक
10. सिरपुर आर्द्रभूमि- मध्य प्रदेश
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