Explanation : भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का संस्थापक राबर्ट क्लाइव था। ईस्ट इंडिया कंपनी ने क्लाइव को 1757 में बंगाल का गवर्नर नियुक्त किया था। जो भारत में नियुक्त होने वाला प्रथम गवर्नर था। 1757 में क्लाइव के नेतृत्व में प्लासी का युद्ध (Battle of Plassey) लड़ा गया, जिसने भारत में अंग्रेजी शासन की स्थापना के द्वार खोल दिये। 1857 का विद्रोह उत्तरी और मध्य भारत में ब्रिटिश अधिग्रहण के विरुद्ध उभरे सैन्य असंतोष व जन-विद्रोह का परिणाम था। इस विद्रोह ने भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया के शासन को समाप्त कर दिया। साथ ही अगले 90 वर्षों के लिए भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकांश भाग को ब्रिटिश सरकार (ब्रिटिश राज) के प्रत्यक्ष शासन के अधीन लाने का रास्ता तैयार कर दिया। अगस्त 1858 ई. में ब्रिटिश संसद ने एक अधिनियम पारित कर भारत में कंपनी के शासन को समाप्त कर दिया।
लार्ड कैनिंग द्वारा 1 नवंबर,1858 ई. इलाहाबाद के दरबार में महारानी की घोषणा को पढ़ा गया। इसमें विश्वास दिलाया गया कि भारतीयों के साथ जाति, धर्म, रंग और प्रजाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। भारतीय राजाओं को भी यह विश्वास दिलाया गया कि उनकी प्रतिष्ठा, अधिकार और गरिमा का सम्मान किया जाएगा। धीरे-धीरे यह साबित हो गया कि जिस अवसर की समानता की बात उद्घोषणा में की गई, उसे लागू नहीं किया गया। भारत का उपयोग ब्रिटेन के आर्थिक हितों की पूर्ति के माध्यम के रूप में किया गया। भारत के संसाधनों का प्रयोग विश्व के अन्य भागों में ब्रिटिश साम्राज्य के हितों को पूरा करने व अन्य देशों के विरुद्ध चलाए गए युद्धों की पूर्ति के लिए किया गया।
इस अधिनियम द्वारा भारत के शासन का नियंत्रण ब्रिटिश क्राउन को सौंप दिया गया। इस समय विक्टोरिया ब्रिटेन की महारानी थीं। ब्रिटेन का सर्वोच्च निकाय ब्रिटिश संसद थी, जिसके प्रति ब्रिटेन की सरकार उत्तरदायी थी। ब्रिटेन की सरकार द्वारा किए जाने वाले सभी कार्य सम्राट के नाम पर किए जाते थे। ब्रिटेन की सरकार के एक मंत्री, जिसे भारत सचिव कहा जाता था, को भारतीय सरकार का उत्तरदायित्व सौंपा गया। चूंकि ब्रिटेन की सरकार संसद के प्रति उत्तरदायी थी। अतः भारत के लिए भी सर्वोच्च निकाय ब्रिटेन की संसद ही थी। इस अधिनियम द्वारा भारत के गवर्नर जनरल को वायसराय, जिसका अर्थ था-सम्राट का प्रतिनिधि, कहा जाने लगा यानी गवर्नर जनरल की पदवी समाप्त हो गई और वायसराय की पदवी शुरू हुई। लॉर्ड विस्काउंट कैनिंग 1858 में भारत के पहले वायसराय बनेे।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : सुभाष चंद्र बोस का राजनीतिक गुरु चितरंजन दास था। वह देशबंधु के उपनाम से प्रसिद्ध थे। चितरंजन दास का जन्म 5 नवंबर, 1870 को कोलकाता में हुआ था। इनका ताल्लुक ढाका के विक्रमपुर के तेलिरबाग के प्रसिद्ध दास परिवार से था। इनके पिता भुवन ...Read More
Explanation : किसान घाट चौधरी चरण सिंह का समाधि स्थल (Kisan Ghat Samadhi Sthal) है। जो भारत के पांचवें प्रधानमंत्री (कार्यकाल 28 जुलाई 1979 – 14 जनवरी 1980) रह चुके है। चौधरी चरण सिंह का जन्म मेरठ जिले के नूरपुर गांव में 23 दिसंबर 1902 में हुआ ...Read More
Explanation : ठाकुर रोशन सिंह को 19 दिसंबर 1927 को इलाहाबाद (प्रयागराज) ज़िले की मालका/नैनी जेल में फांसी दी गई थी। इनका जन्म 22 जनवरी 1892 को, नवादा गाँव में कौशल्या देवी और जंगी सिंह के घर हुआ था। ठाकुर रोशन सिंह एक प्रबल राष्ट्रवादी थे, जो ...Read More
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Explanation : चंपारण सत्याग्रह का संबंध बिहार राज्य से है। जो एक किसान विद्रोह था और भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान शुरू हुआ था।चंपारण सत्याग्रह (Champaran Satyagraha) की शुरुआत गांधीजी द्वारा बिहार राज्य के चंपारण से की गई थी। चंपारण ...Read More
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Explanation : हैदराबाद के स्वतंत्र राज्य की स्थापना चिनकिलिच खां (Chin Qilich Khan) ने की थी। मुगल बादशाह मुहम्मदशाह द्वारा दक्कन में नियुक्त सूबेदार चिनकिलिच खां (निजामुलमुल्क) ने इसकी स्थापना 1724 ई. में की थी। मुहम्मदशाह ने 1722 ई. में चिनक ...Read More
Explanation : मुगल साम्राज्य का पतन वर्ष 1707 में हुआ था। क्योंकि इसके पतन की प्रक्रिया औरंगजेब की मृत्यु के साथ ही शुरू हो गई थी। औरंगज़ेब की नीतियों तथा उसके बाद के शासकों की असफलता ने पतन को अवश्यम्भावी बनाया। इतिहासकारों का मुगल साम्राज्य ...Read More
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