Explanation : भारत का एहोल नगर मंदिरों का नगर कहलाता है। एहोल (Aihole) कर्नाटक के बीजापुर में स्थित बहुत प्राचीन स्थान है। इसे एहोड़ और आइहोल के नाम से भी जाना जाता है। यहां लगभग 70 मंदिरों के अवशेष मिलते हैं। इनका निर्माण काल 450-600 ई. के लगभग है। एहोल के मंदिर गुप्तों के समकालीन हैं। इनमें नागर व द्रविड़ शैलियों का मिश्रण मिलता है। एहोल का विष्णु मंदिर अभी भी सुरक्षित है। एहोल की विश्वविख्यात मूर्ति विष्णु के वराह अवतार की है, जिसमें वराह को अपनी थूथन से पृथ्वी की रक्षा करते हुए दर्शाया गया है। हिंदू गुहा मंदिरों में लाढ़ खां का सूर्य मंदिर प्रसिद्ध है। यह 50 वर्ग फीट में बना है। लाढ़ खां के एक सदी पश्चात दुर्गा मंदिर बना, जोकि बौद्ध चैत्य को ब्राह्मण मंदिर में परिवर्तित करने का प्रयास है। राष्ट्रकूटकालीन मंदिर स्थापत्य कला राष्ट्रकूट शासकों ने शैव मतानुयायी होने के कारण मुख्य रूप से शैव मंदिर एवं मूर्तियों का निर्माण ही करवाया है। इनका समय 650 से 974 ई. के मध्य है। राष्ट्रकूटों द्वारा एलोरा एवं एलिफेंटा में गुहा मंदिरों का निर्माण कराया गया।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : राजस्थान में कपिल मुनि का मेला कोलायत में कार्तिक माह में भरता है। इसी माह इसके अलावा राजस्थान में अन्नकूट मेला, गरुड़ मेला, पुष्कर मेला, कपिल धारा का मेला और चंद्रभागा मेला भी लगता है। कपिल मुनि का मेला बीकानेर जिले का सबसे बड़े ...Read More
Explanation : कपिल मुनि मेला राजस्थान के बीकानेर जिले के कोलायत में लगता है। यह मेला कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित होता है। कोलायत का असल नाम कपिलायतन है जो ऋषि कपिल के नाम पर रखा गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार यहां कपिल मुनि ने मानव जाति के क ...Read More
Explanation : डिग्गी कल्याण जी का मेला (Diggi Kalyann Ji Ka Mela) बैशाख की पूर्णिमा, भाद्रपद शुक्ला की एकादशी तथा श्रावण की अमावस्या को लगता है। टोंक जिले में मालपुरा तहसील में डिग्गी नामक स्थान पर डिग्गी कल्याणजी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। ज ...Read More
तुला राशि का शुभ रंग नेवी ब्लू यानि गहरा नीला रंग है। यह रंग आपका बिगड़ा हुआ काम बनाने में मदद करेंगे और सही राह की और अग्रसर करने में मदद करेंगे। इसके अलावा गुलाबी व हरा रंग भी आपके भाग्य के हिसाब से बेहतर हैं तो वही नारंगी और पीले रंग से बचें। बतादे ...Read More
Explanation : दामणा आभूषण (Damna Abhushan) हाथ में पहना जाता है। राजस्थान की मध्यवर्ग की स्त्रियाँ एक विशेष प्रकार की लाल रंग की ओढ़नी, जिस पर धागों की कसीदाकारी होती है, का प्रयोग करती है जिसे 'दामणी' कहा जाता है। राजस्थान महिलाऐं हाथ और कलाई ...Read More
Explanation : भारत में विख्यात तट मंदिर तमिलनाडु के महाबलीपुरम में स्थित है। बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित होने के कारण इन्हें तट मंदिर (Shore Temple) कहा जाता है। दृविड़ वास्तु कला के उत्कृष्ट नमूना के यह मंदिर दक्षिण भारत के सबसे प्राचीन मंद ...Read More
Explanation : मोपिन महोत्सव अरुणाचल प्रदेश में मनाया जाता है। मोपिन अरुणाचल प्रदेश की गालो जनजाति द्वारा प्रतिवर्ष अप्रैल में मनाया जाने वाला त्यौहार है। यह एक कृषि त्यौहार है। मोपिन कृषि की देवी का नाम है। इस दिन सभी सफेद (शुद्धता और शांति का ...Read More
Explanation : जानकी वल्लभ शास्त्री का जन्म 5 फरवरी 1916 में बिहार के गया जिले में हुआ था। 18 वर्ष की आयु में बीएचयू में संस्कृत विभाग से आचार्य की उपाधि पाई थी। शुरुआत में उन्होंने संस्कृत में कविताएं लिखीं। महाकवि निराला की प्रेरणा से हंिदूी ...Read More
Explanation : पंडित जसराज ध्रुपद, ख्याल और ठुमरी गायकी से संबंधित थे। शास्त्रीय गायिकी के रसराज कहे जाने वाले पंडित जसराज का जन्म 28 जनवरी, 1930 को हरियाणा के फतेहाबाद जिले में हुआ था। उनका संबंध भारत में शास्त्रीय संगीत के प्रतिष्ठित मेवाती घ ...Read More
Explanation : पंडित जसराज की मृत्यु 17 अगस्त, 2020 को हुई थी। देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज का 90 वर्ष की आयु में अमेरिका के न्यूजर्सी में निधन हो गया था। वह शास्त्रीय संगीत के मेवाती घराने से ताल्लुक रखते थे। पंडित जसराज शास् ...Read More
Web Title : Bharat Ka Kaun Sa Nagar Mandiro Ka Nagar Kehlata Hai