Explanation : अशोक के पेड़ का उपयोग व फायदे अनेक है। अशोक का अर्थ होता है पवित्र और लाभकारी। यही गुण इस वृक्ष में भी हैं। इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं। खासतौर पर स्त्रियों से संबंधित रोगों में इसका पंचांग बहुपयोगी है। कोरोना काल में सर्वाधिक बात रोग प्रतिरोधक क्षमता की हो रही है। अशोक के पेड़ में फ्लेवोनायड्स पाए जाते हैं। इसकी मौजूदगी इसे एंटीमाइक्रोबियल बनाती है। इसलिए यह बैक्टीरिया का संक्रमण दूर करने में उपयोगी है। इसमें हल्की मात्र में स्टेरायड भी पाया जाता है।
अशोक के पेड़ का उपयोग व फायदे
● अशोक का वृक्ष स्त्रियों से संबंधित रोगों में अत्यंत लाभदायक माना जाता है। इसका रस, पत्तियां और छाल अनियमित मासिक चक्र, मासिक चक्र के समय दर्द, सक्रिय अंडों की कमी, गर्भधारण में मुश्किल, गर्भाशय में एस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता से अधिक रक्तस्नाव आदि समस्याओं को दूर करने में उपयोगी होती है।
● फ्लेनोवायड्स की मौजूदगी और एंटीआक्सीडेंट गुणों के कारण चिकित्सक किडनी में पथरी होने पर अशोक के बीज, छाल के चूर्ण का उपयोग करने की सलाह देते हैं।
● एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण अशोक के पत्ताें और छाल का लेप लगाने से सूजन कम होती है और दर्द में राहत मिलती है।
● छाल का चूर्ण पेट के कीड़ों को मारने और अपच दूर करने में सहायक है।
● डायरिया में अशोक के फूलों का जूस फायदेमंद होता है।
● फूल और छाल पाचन क्रिया को ठीक कर बवासीर से राहत दिलाते हैं।
● अशोक के फूलों में हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव के कारण यह खून में इंसुलिन की मात्र बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
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