Explanation : आसियान की स्थापना 8 अगस्त, 1967 को बैंकॉक में हुई। आसियान (ASEAN) यानि दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संघ (Association of South-East Asian Nations - ASEAN) एक असैनिक, गैर-सुरक्षात्मक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक क्षेत्रीय संस्था है। इसका मुख्यालय जकार्ता (इंडोनेशिया) में हैं। प्रारंभ में इसमें कुल पांच संस्थापक सदस्य– इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, मलेशिया और सिंगापुर थे। इस समय इसके सदस्य देशों की संख्या 10 है। इसके अन्य पांच सदस्य हैं– ब्रूनोई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और वियतनाम। इसके सदस्य राष्ट्रों का समूचा क्षेत्रफल 4.46 मिलियन वर्ग किमी तथा जनसंख्या 625 मिलियन है, जो विश्व की कुल आबादी का 8.8 प्रतिशत है। वर्ष 2014 में इन देशों का सम्मिलित GDP 2.57 ट्रिलियन डॉलर तथा GDP की वृद्धि दर 4.6% थी। आसियान का उद्देश्य दक्षिणी एशिया में आर्थिक प्रगति को त्वरित करना और स्थायित्व को बनाये रखना है। इसके महासचिव का पद प्रति दो वर्ष बाद प्रत्येक सदस्य देश को दिया जाता है और देश के चुनाव का आधार क्रमागत होता है।
आसियान प्लस थ्री (APT) में 3 राष्ट्र हैं–चीन, जापान व दक्षिण कोरिया। आसियान के 11 वार्ताकार राष्ट्र एवं संगठन हैं–ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैण्ड, रूस, अमेरिका एवं संयुक्त राष्ट्र (UNDP)। 'आसियान रीजनल फोरम' (ARF) की स्थापना वर्ष 1994 में हुई थी। इसके सदस्य हैं–10 आसियान राष्ट्र + 11 वार्ताकार राष्ट्र। संगठन + बांग्लादेश, उत्तर कोरिया, मंगोलिया, पाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी तथा तिमोर लेस्ते। रीजनल कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (RCEP) आसियान के सदस्य देशों तथा आसियान के साथ मुक्त व्यापार समझौता सम्पन्न करने वाले छ: देशों–ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड के मध्य मुक्त व्यापार समझौता है।
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