अपना सोना खोटा तो परखैया का क्या दोष का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) मूर्ख और गुणवान का समान आदर
(B) जिसका अंत उत्तम हो, वही उत्तम कार्य है
(C) दबाव पड़ने पर सब कुछ करना पड़ता है
(D) अपने ही लोग बुरे हों तो पराये व्यक्तियों को क्या दोष दिया जाए

Answer : अपने ही लोग बुरे हों तो पराये व्यक्तियों को क्या दोष दिया जाए

Explanation : अपना सोना खोटा तो परखैया का क्या दोष का अर्थ apna sona khota to parakhaiya ka kya dosh है 'अपने ही लोग बुरे हों तो पराये व्यक्तियों को क्या दोष दिया जाए।' हिंदी लोकोक्ति अपना सोना खोटा तो परखैया का क्या दोष का वाक्य में प्रयोग होगा – मेरी पत्नी अपने आवारा लड़के की शिकायत करने वालों को ही बुरा भला कहती है, मैंने उन्हें समझाया कि अपना सोना खोटा तो परखैया का क्या दोष? हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'अपना सोना खोटा तो परखैया का क्या दोष' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Apna Sona Khota To Parakhaiya Ka Kya Dosh