1. चंद्रमा के तल के आकाश का रंग काला क्यों दिखार्ई देता है?
ज्ञातव्य हो कि चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं है। अत: चंद्रमा के तल पर पहुंचने वाले सूर्य के प्रकाश का प्रकीर्णन नहीं होता है। इस कारण चंद्रमा के तल से देखने पर आकाश काला दिखाई देता है। वास्तव में पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपर सूर्य के प्रकाश का प्रकीर्णन न होने के कारण अंतरिक्ष से सभी स्थानों पर आकाश काला दिखाई देगा। वायुमंडल से बाहर जाने वाले अंतरिक्ष यानों से इसकी पुष्टि होती है। दिन के बाहर जाने वाले अंतरिक्ष यानों से इसकी पुष्टि होती है। जैसा कि विदित है, कि दिन के श्वेत प्रकाश में आकाश का रंग हल्का नीला (Sky Blue) दिखाई देता है। चंद्रमा व अंतरिक्ष से आकाश का रंग काला दिखाई देता है, क्योंकि वहां पर वायुमंडल का अभाव है।
2. नीले रंग के प्रकाश में घास का क्या रंग होगा?
नीले रंग के प्रकाश में घास काले रंग की दिखाई देगी क्योंकि ऐसी स्थिति में यह अपने रंग के अलावा अन्य सभी रंगों को सोख लेती है। यह नीले रंग के प्रकाश को भी सोख लेती है, और इसीलिए काले रंग की दिखाई देती है।
3. एक गुब्बारे के हवा में उड़ने के लिए कौन से कारण उत्तरदायी होते है?
यह आर्किमिडीज के सिद्धांत के अनुरूप होता है। गुब्बारे में कुछ गैसें (हाइड्रोजन व हीलियम) भरी जाती है, जो हवा से हल्की होती है। गैसों से भरे गुब्बारे इस प्रकार से काफी स्थान घेर लेता है व हटी हुई हवा द्वारा उत्पन्न किया गया उत्प्लावन गुब्बारे के वजन से अधिक होता है इस प्रकार गुब्बारा हवा में उड़ता है।
4. गर्म खौलते पानी में रखें जाने के बावजूद एक थर्मामीटर तापमान में कोई अंतर क्यों नहीं प्रदर्शित करता?
एक विशेष तापमान पर गर्म होने वाले द्रव को द्रव का क्वथनांक (ब्वायलिंग प्वाइंट) होता है। जैसे ही द्रव गर्म होना शुरू होता है, थर्मामीटर को तापमान एक बिंदु पर स्थिर हो जाता है, क्योंकि उस स्थिति पर तापमान में और अधिक वृद्धि नहीं हो सकती। यहां आपूर्ति होने वाली ऊष्मा की मात्रा प्रछन्न ऊष्मा के रूप में काम करती है, जो कि द्रव को समान तापमान में वाष्पित कर देती है। यही कारण है कि गर्म खौलते पानी में रखे गए, थर्मामीटर का तापमान पानी इसे अधिक गर्म होने पर भी स्थिर रहता है।