अनेकांतवाद किसका क्रोड सिद्धांत एवं दर्शन है?

(A) बौद्ध मत (Buddhism)
(B) जैन मत (Jainism)
(C) सिख मत (Sikhism)
(D) वैष्णव मत (Vaishnavism)

Answer : जैन मत (Jainism)

Explanation : अनेकांतवाद जैन मत (Jainism) का क्रोड सिद्धांत एवं दर्शन है। जैन आध्यात्म वास्तविक तथा अनेकवाद पर आधारित है। इसे अनेकांतवाद या स्यादवाद कहा जाता है। अनेकांमवाद की मान्यता है कि भिन्न-भिन्न कोणों से देखने पर सत्य और वास्तविकता भी अलग-अलग समझ आती है। अतः एक ही दृष्टिकोण से देखने पर पूर्ण सत्य नहीं जाना जा सकता। अनेकांतवाद को सात रूपों में व्यक्त किया जा सकता है।
1. है।
2. नहीं है।
3. है और नहीं है।
4. कहा नहीं जा सकता।
5. है किन्तु कहा नहीं जा सकता।
6. नहीं है और कहा जा सकता।
7. नहीं है और कहा नहीं जा सकता।
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Anekantvad Kiska Crore Siddhant Evam Darshan Hai