आप मियांजी मांगते द्वार खड़े दरवेश का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) धर में भूजी भांग नहीं; फिर भी दानखाता पर बैठना
(B) अपने वस्तु को सभी सराहते हैं
(C) कितना भी प्रयत्न किया जाय स्वभाव नहीं बदलता
(D) सामर्थ्य न होने पर भी कोई काम करना

Answer : धर में भूजी भांग नहीं; फिर भी दानखाता पर बैठना

Explanation : आप मियांजी मांगते द्वार खड़े दरवेश का अर्थ aap miyaanji mangte dwar khade darvesh है 'धर में भूजी भांग नहीं; फिर भी दानखाता पर बैठना।' हिंदी लोकोक्ति आप मियांजी मांगते द्वार खड़े दरवेश का वाक्य में प्रयोग होगा – सेठ जी दिवालिया होकर भी दान करने चले। यह तो वही बात हुई कि आप मियांजी मांगते द्वार खड़े दरवेश। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'आप मियांजी मांगते द्वार खड़े दरवेश' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Aap Miyaanji Mangte Dwar Khade Darvesh