आंख और कान में चार अंगुल का फर्क है का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) काम साधन से हो लेकिन यश करने वाले को हो
(B) प्रगति करके व्यक्ति अपनी ही भलाई करता है
(C) आंखों देखी विश्वासनीय है, कानों सुनी नहीं
(D) कर्मठ व्यक्ति अपने काम में देरी नहीं लगाता

Answer : आंखों देखी विश्वासनीय है, कानों सुनी नहीं

Explanation : आंख और कान में चार अंगुल का फर्क है का अर्थ aankh aur kaan mein chaar angul ka fark hai है 'आंखों देखी विश्वासनीय है, कानों सुनी नहीं।' हिंदी लोकोक्ति आंख और कान में चार अंगुल का फर्क है का वाक्य में प्रयोग होगा – यह कि ताजमहल को उत्तरी दिशा से देखने पर इसके 6 खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं, परंपरागत मुख्य द्वारा से जाने पर केवल एक कानों सुनी खबर नहीं है बल्कि आंखों देखी है। आंख और कान में चार अंगुल का फर्क है। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'आंख और कान में चार अंगुल का फर्क है' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Aankh Aur Kaan Mein Chaar Angul Ka Fark Hai