Explanation : ठाकुर रोशन सिंह को 19 दिसंबर 1927 को इलाहाबाद (प्रयागराज) ज़िले की मालका/नैनी जेल में फांसी दी गई थी। इनका जन्म 22 जनवरी 1892 को, नवादा गाँव में कौशल्या देवी और जंगी सिंह के घर हुआ था। ठाकुर रोशन सिंह एक प्रबल राष्ट्रवादी थे, जो भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवादियों के चंगुल से मुक्त कराना चाहते थे। वर्ष 1920-21 में असहयोग आंदोलन के दौरान, ब्रिटिश अधिकारियों ने भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के स्वयंसेवी समूहों की राष्ट्रवादी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पूरे देश में भारतीयों ने सरकार के इस फ़ैसले का विरोध किया। नाराज़ स्वयंसेवकों के एक ऐसे ही समूह को ठाकुर रोशन सिंह के नेतृत्व में, शाहजहाँपुर ज़िले से बरेली क्षेत्र में भेजा गया था। इस दौरान परेड को रोकने के लिए पुलिस ने गोलियाँ चलाईं और रोशन सिंह समेत अन्य प्रदर्शनकारियों को गिरफ़्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ़ एक शिकायत दर्ज की गई और उन्हें बरेली केंद्रीय जेल में दो साल की सज़ा सुनाई गई।
बमरौली डकैती घटना में, गांव के एक पहलवान से भिड़ने पर, ठाकुर रोशन सिंह ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। उनकी निडरता और सच्चे साहस ने, ब्रिटिश शासन का ध्यान उनकी ओर खींचा। इसलिए, भले ही उस समय हुए काकोरी रेल कांड में वह शामिल नहीं थे, बावजूद इसके, अधिकारियों ने उन्हें पकड़ने के इस अवसर का लाभ उठाया, जिसके बाद उन पर मुकदमा चलाया गया और पाँच साल की सज़ा सुनाई गई।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : सुभाष चंद्र बोस का राजनीतिक गुरु चितरंजन दास था। वह देशबंधु के उपनाम से प्रसिद्ध थे। चितरंजन दास का जन्म 5 नवंबर, 1870 को कोलकाता में हुआ था। इनका ताल्लुक ढाका के विक्रमपुर के तेलिरबाग के प्रसिद्ध दास परिवार से था। इनके पिता भुवन ...Read More
Explanation : किसान घाट चौधरी चरण सिंह का समाधि स्थल (Kisan Ghat Samadhi Sthal) है। जो भारत के पांचवें प्रधानमंत्री (कार्यकाल 28 जुलाई 1979 – 14 जनवरी 1980) रह चुके है। चौधरी चरण सिंह का जन्म मेरठ जिले के नूरपुर गांव में 23 दिसंबर 1902 में हुआ ...Read More
Explanation : रेगुलेटिंग एक्ट वर्ष 1773 में पारित किया गया। बंगाल के गवर्नर वारेन हेस्टिंग्स के समय ब्रिटिश संसद द्वारा कंपनी की गतिविधियों, ब्रिटिश सरकार को निगरानी में लाने, कंपनी की संचालन समिति में आमूल-चूल परिवर्तन करने तथा कंपनी के राजनी ...Read More
Explanation : चंपारण सत्याग्रह का संबंध बिहार राज्य से है। जो एक किसान विद्रोह था और भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान शुरू हुआ था।चंपारण सत्याग्रह (Champaran Satyagraha) की शुरुआत गांधीजी द्वारा बिहार राज्य के चंपारण से की गई थी। चंपारण ...Read More
Explanation : अवध राज्य का अंतिम नवाब वाजिद अली शाह था। ये अमजद अली शाह के पुत्र थे। 1856 ई. में लॉर्ड डलहौजी ने कुशासन का आरोप लगाकर अवध पर अधिकार कर लिया और वाजिद अली शाह को कलकत्ता भेज दिया। बता दे कि पश्चिम के कन्नौज से लेकर पूर्व में कर्म ...Read More
Explanation : हैदराबाद के स्वतंत्र राज्य की स्थापना चिनकिलिच खां (Chin Qilich Khan) ने की थी। मुगल बादशाह मुहम्मदशाह द्वारा दक्कन में नियुक्त सूबेदार चिनकिलिच खां (निजामुलमुल्क) ने इसकी स्थापना 1724 ई. में की थी। मुहम्मदशाह ने 1722 ई. में चिनक ...Read More
Explanation : मुगल साम्राज्य का पतन वर्ष 1707 में हुआ था। क्योंकि इसके पतन की प्रक्रिया औरंगजेब की मृत्यु के साथ ही शुरू हो गई थी। औरंगज़ेब की नीतियों तथा उसके बाद के शासकों की असफलता ने पतन को अवश्यम्भावी बनाया। इतिहासकारों का मुगल साम्राज्य ...Read More
Explanation : अकबर द्वितीय शाहआलम द्वितीय के पुत्र थे। शाहआलम द्वितीय का मूल नाम शाहज़ादा अलीगौहर था। शाहआलम द्वितीय की मृत्यु के बाद उसका पुत्र अकबर द्वितीय (1806-37 ई.) मुगल बादशाह बना। यह भी अंग्रेज़ों का पेंशनभोगी बना रहा। अकबर द्वितीय अंग ...Read More
Explanation : आलमगीर द्वितीय के पिता का नाम जहांदारशाह (Jahandar Shah) और माता का नाम अनूपबाई था। इसका जन्म 6 जून 1699 को बुरहानपुर में हुआ था। इसका मूल नाम अजीजुद्दीन था। आलमगीर द्वितीय (1754-59 ई.) अपने वजीर इमादुलमुल्क का कठपुतली शासक था। इ ...Read More
Explanation : शाह आलम द्वितीय का मूल नाम शाहज़ादा अलीगौहर था। जो 17वां मुग़ल बादशाह था। लेकिन शाहआलम द्वितीय और उसके उत्तराधिकारी केवल नाममात्र के सम्राट थे और अपने अमीरों, मराठों अथवा अंग्रेजों के हाथों की कठपुतलियाँ थे। इसके समय में पानीपत क ...Read More
Web Title : Thakur Roshan Singh Ko Kaun Si Jail Mein Fansi Di Gayi