किरातार्जुनीयम् के प्रत्येक सर्ग का अंतिम पद क्या है?

(A) लक्ष्मी
(B) विभु
(C) शिव
(D) श्री

Answer : लक्ष्मी

Explanation : 'किरातार्जुनीयम्' के प्रत्येक सर्ग का अंतिम पद 'लक्ष्मी' है। महाकवि भारवि संस्कृत साहित्य के देदीप्यामनरत्नों में से एक हैं। उनका महाकाव्य वृहत्रयी का प्रथम रत्न है। वस्तुत: भारवि संस्कृत-काव्यों में रीति-शैली के जन्मदाता हैं। उनके ग्रंथ के आरंभ में 'श्री' शब्द तथा सर्गान्त श्लोकों में 'लक्ष्मी' शब्द का प्रयोग उनकी प्रमुख विशेषता है। माघ ने 'शिशुपाल वध' में इसी शैली का अनुकरण किया है।
Tags : सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Kiratarjuniyam Ke Pratyek Sarg Ka Antim Pad Kya Hai