Explanation : गर्दन पर मुहावरे (Gardan Par Muhavare) अनेकानेक है जैसे– गर्दन उठाना, गर्दन उड़ाना, गर्दन काटना आदि। यह सभी मुहावरे और कहावतें मन शब्द से शुरू होते हैं। लेकिन इन मुहावरों के अर्थ सर्वथा अलग-अलग है। उदाहरण स्वरूप 'गर्दन फँसना' का अर्थ है – झंझट या परेशानी में फँसना, जबकि 'गर्दन ऐंठी रहना' का अर्थ है – घमंड या अकड़ में रहना। गर्दन पर मुहावरा और वाक्य प्रयोग यहां देखते है जैसे–
गर्दन पर छुरी चलाना (नुकसान पहुचाना); वाक्य– जिन्हें मैं अपना दोस्त समझता था वही मेरे विरोधियों के साथ मिल कर मेरा तबादला करवा रहे थे, इसे ही कहते हैं गर्दन पर छुरी चलाना।
गर्दन उठाना
गर्दन उड़ाना
गर्दन काटना
गर्दन झुकाना
गर्दन पर छुरी फेरना
गर्दन पर सवार रहना
अपने गिरेबान में झाँकना (Apne Gireban Main Jhakna) – अपने दोषों को देखना।
गरदन झुकाना (Gardan Jhukana) – लज्जित होना
गरदन पर छुरी फेरना (Gardan Par Chhuri Ferna) – अत्याचार करना
गरदन पर सवार होना (Gardan Par Savar Hona) – पीछे पड़ना
गला काटना (Gala Kaatna) – बहुत हानि पहुँचाना।
गला घुटना (Gala Ghutna) – साँस रुकना।
गला घोंटना (Gala Ghautna) – ज़बरदस्ती करना, ज़ोर से गला दबाना।
गला फाड़ना (Gala Fadna) – ज़ोर से चिल्लाना।
गले का हार होना (Gale Ka Haar Hona) – बहुत प्रिय होना।
गले मढ़ना (Gale Madhna) – जबरदस्ती किसी को कोई काम सौंपना
गले लगाना (Gale Lagana) – आलिंगन करना।
प्राण गले तक आना (Pran Gale Tak Aana) – मरने को होना।
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