होनहार बिरवान के होत चीकने पात का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) बचपन से ही अच्छे लक्षणों का दिखायी देना। महानता के लक्षण बचपन से ही प्रकट होने लगते हैं
(B) जो भाग्य में लिखा है, वह अवश्य होता है
(C) तुमको यहां से कुछ भी प्राप्त नहीं होगा
(D) पालन पोषण करने के बाद दुष्ट से दुष्ट को भी हानि नहीं पहुंचाई जाती

Answer : बचपन से ही अच्छे लक्षणों का दिखायी देना। महानता के लक्षण बचपन से ही प्रकट होने लगते हैं

Explanation : होनहार बिरवान के होत चीकने पात का अर्थ honhar birvan ke hot chikne paat  है 'बचपन से ही अच्छे लक्षणों का दिखायी देना। महानता के लक्षण बचपन से ही प्रकट होने लगते हैं।' हिंदी लोकोक्ति होनहार बिरवान के होत चीकने पात का वाक्य में प्रयोग होगा – लाल बहादुर शास्त्री बचपन से ही मेधावी एवं मां बाप की आज्ञा का पालन करने वाले थे। सच ही कहा है– होनहार बिरवान के होत चीकने पात।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'होनहार बिरवान के होत चीकने पात' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Honhar Birvan Ke Hot Chikne Paat