शेरों का मुंह किसने धोया का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) नकद का बेचना उधार के बेचने से अच्छा है
(B) नये शौकीन अटपटा कार्य करके अपनी मूर्खता प्रकट करते हैं
(C) सामर्थ्यवान के लिए कोई उपाय नहीं
(D) थोड़े समय का साथ

Answer : सामर्थ्यवान के लिए कोई उपाय नहीं

Explanation : शेरों का मुंह किसने धोया का अर्थ sheron ka muh kisne dhoya है 'सामर्थ्यवान के लिए कोई उपाय नहीं।' हिंदी लोकोक्ति शेरों का मुंह किसने धोया का वाक्य में प्रयोग होगा – पूरी ग्राम पंचायत में शेर बहादुर जैसा सामर्थ्यवान एवं उद्योगशील व्यक्ति नहीं है। इन्हें ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ने से रोकने वाला कोई नहीं है– शेरों का मुंह किसने धोया।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'शेरों का मुंह किसने धोया' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Sheron Ka Muh Kisne Dhoya