विष का वृक्ष भी लगाकर नहीं काटा जाता का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) पालन पोषण करने के बाद दुष्ट से दुष्ट को भी हानि नहीं पहुंचाई जाती
(B) अपनों से ही ​व्यक्ति धोखा खाता है
(C) मधुर जबान से काम बन जाता है
(D) हर व्यक्ति का अपना भाग्य

Answer : पालन पोषण करने के बाद दुष्ट से दुष्ट को भी हानि नहीं पहुंचाई जाती

Explanation : विष का वृक्ष भी लगाकर नहीं काटा जाता का अर्थ vish ka vrksh bhi lagakar nahi kata jata है 'पालन पोषण करने के बाद दुष्ट से दुष्ट को भी हानि नहीं पहुंचाई जाती।' हिंदी लोकोक्ति विष का वृक्ष भी लगाकर नहीं काटा जाता का वाक्य में प्रयोग होगा – अपना लड़का नालायक निकल गया तो क्या उसे घर से निकाल दूं? विष का वृक्ष भी लगाकर नहीं काटा जाता।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'विष का वृक्ष भी लगाकर नहीं काटा जाता' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Vish Ka Vrksh Bhi Lagakar Nahi Kata Jata