(A) बड़ों के पीछे छोटों का निर्वाह/कोई ऐसा कार्य जिसे अवसर के अनुकूल समझकर उसमें सभी लोग हिस्सा लेना चाहें
(B) खतरा कोई उठाये यश कोई ले
(C) बड़े का सहारा पाकर, अपने से बड़ों तथा शक्तिशाली से उलझना
(D) बचपन से ही अच्छे लक्षणों का दिखायी देना। महानता के लक्षण बचपन से ही प्रकट होने लगते हैं