खुदा की लाठी में आवाज़ नहीं होती का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) न्याय के लिए न्यायालय में जाना
(B) छोटी वि​पत्ति से निकलकर बड़ी विपत्ती में फंसना
(C) मरने वाला है
(D) ईश्वर का दण्ड चुपचाप काम के अनुसार मिल जाता है।

Answer : ईश्वर का दण्ड चुपचाप काम के अनुसार मिल जाता है।

Explanation : खुदा की लाठी में आवाज़ नहीं होती का अर्थ khuda ki lathi mein awaaz nahi hoti है 'ईश्वर का दण्ड चुपचाप काम के अनुसार मिल जाता है।' हिंदी लोकोक्ति खुदा की लाठी में आवाज़ नहीं होती का वाक्य में प्रयोग होगा – गजानन बाबू के कुकर्मों का ही फल है कि 45 वर्ष की अल्प आयु में उन्हें फालिज मार गया है जिसके कारण वे शय्या पर पड़े रहते हैं। सच ही कहा है, खुदा की लाठी में आवाज नहीं। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'खुदा की लाठी में आवाज़ नहीं होती' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Khuda Ki Lathi Mein Awaaz Nahi Hoti