कुत्ते की दुम बारह बरस नली में रखो तो भी टेढ़ी की टेढ़ी का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) सभी अपने जैसा दिखायी देना
(B) कठिनाई का अनुभव होना
(C) लाख प्रयत्न पर भी, दुष्ट अपनी दुष्टता नहीं छोड़ता
(D) कमाया तो खाये, नहीं तो भूखे

Answer : लाख प्रयत्न पर भी, दुष्ट अपनी दुष्टता नहीं छोड़ता

Explanation : कुत्ते की दुम बारह बरस नली में रखो तो भी टेढ़ी की टेढ़ी का अर्थ kutte ki dum barah baras nali mein rakho to bhi tedhi ki tedhi है 'लाख प्रयत्न पर भी, दुष्ट अपनी दुष्टता नहीं छोड़ता।' हिंदी लोकोक्ति कुत्ते की दुम बारह बरस नली में रखो तो भी टेढ़ी की टेढ़ी का वाक्य में प्रयोग होगा – तीन साल जेल में रहने के बाद भी लाल मणि ने चोरी करना नहीं छोड़ा, उसका हाल 'कुत्ते की दुम बारह बरस नली में रखो तो भी टेढ़ी की टेढ़ी' के समान है। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'कुत्ते की दुम बारह बरस नली में रखो तो भी टेढ़ी की टेढ़ी' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Web Title : Kutte Ki Dum Barah Baras Nali Mein Rakho To Bhi Tedhi Ki Tedhi