ओछे की प्रीति बालू की भीत का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) बनिया किसी का मित्र नहीं होता और वेश्या चरित्रवान नहीं होती
(B) उम्र के हिसाब से साज-श्रृंगार ठीक लगता है
(C) अभिमान से तिरस्कार करना/परिपूर्ण चीज की उपेक्षा करना
(D) नीच की मित्रता-क्षण भंगुर अथवा अस्थायी होती है

Answer : नीच की मित्रता-क्षण भंगुर अथवा अस्थायी होती है

Explanation : ओछे की प्रीति बालू की भीत का अर्थ ochhe ki preeti balu ki bheet है 'नीच की मित्रता-क्षण भंगुर अथवा अस्थायी होती है।' हिंदी लोकोक्ति ओछे की प्रीति बालू की भीत का वाक्य में प्रयोग होगा – उस निम्न कोटि के संस्कार वाले व्यक्ति से मैंने व्यर्थ में ही मित्रता कर ली थी। जब उसने मेरे साथ विश्वासघात किया तब पता चला कि ओछे की प्रीति बालू की भीति की तरह होती है। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'ओछे की प्रीति बालू की भीत' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Ochhe Ki Preeti Balu Ki Bheet