अंदर छूत नहीं बाहर करें दुर-दुर का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) मन में कुछ बाहर कुछ
(B) इसान का धन जुटाना व्यर्थ है।
(C) मनुष्य का जीवन नश्वर है
(D) बिना कारण झगड़ा करना

Answer : मन में कुछ बाहर कुछ

Explanation : अंदर छूत नहीं बाहर करें दुर-दुर का अर्थ andar chhut nahin bahar karen dur dur है 'मन में कुछ बाहर कुछ।' हिंदी लोकोक्ति अंदर छूत नहीं बाहर करें दुर-दुर का वाक्य में प्रयोग होगा – लाला जी बड़े ही स्वार्थी, पाखण्डी एवं छली व्यक्ति हैं, वे अंदर छूत नहीं बाहर दुर-दुर को चरितार्थ करते हैं। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'अंदर छूत नहीं बाहर करें दुर-दुर' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Andar Chhut Nahin Bahar Karen Dur Dur